दिल्ली में चल रहे जल संकट के बीच आम आदमी पार्टी के विधायक आज सुबह 9:30 बजे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से उनके आवास पर मुलाकात करेंगे. उधर, दिल्ली को जल संकट से थोड़ी राहत मिलती दिख रही है. क्योंकि हिमाचल प्रदेश अब दिल्ली को 137 क्यूसेक पानी देने के लिए तैयार हो गया है.
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि हिमाचल प्रदेश ने अपर यमुना रिवर बोर्ड में यह स्पष्ट किया है कि हिमाचल के एलोकेशन में से गर्मियों के मौसम में उनके पास 137 क्यूसेक पानी का वो इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश ये पानी देने को तैयार है. लेकिन अपर यमुना रिवर बोर्ड ने हिमाचल प्रदेश से कुछ कागजात और कैलकुलेशन मांगे हैं.'
आतिशी ने कहा, मेरी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से बातचीत हो चुकी है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि हिमाचल प्रदेश से समर्थन मिलेगा और जल्द से जल्द अपर यमुना रिवर बोर्ड को जरूरी कागज मुहैया कराएंगे. चूंकि अपर यमुना रिवर बोर्ड को कुछ समय लग सकता है. हमने हरियाणा सरकार से अपील की है कि वह मानवीय आधार पर कुछ अतिरिक्त पानी Release करें, जिससे दिल्ली में पानी की क़िल्लत को कम किया जा सके. अपर यमुना बोर्ड ने यह सुझाव भी दिया है कि दिल्ली और हरियाणा सरकार कुछ बैठकें करें, और अगर हरियाणा पानी दे सकता है तो वह जरूर रिलीज करें.'
आतिशी ने बताया कि वजीराबाद पॉन्ड में 674 फ़ीट पानी होना चाहिए, लेकिन 668 फ़ीट ही यमुना का जल स्तर रहा गया है. उन्होंने कहा, 'मुनक नहर में 15 जून तक 902 क्यूसेक पानी मिला है. वाटवर ट्रीटमेंट प्लांट में 1005 MGD पानी उत्पादन की बजाय 14 जून को 932 MGD पानी उत्पादन हुआ है. दिल्ली में 70 MGD पानी का उत्पादन कम हो रहा है. दिल्ली के बवाना, द्वारका, नांगलोई, और वेस्ट दिल्ली में पानी की कमी के मद्देनज़र इमरजेंसी ट्यूबवेल को वॉटर सप्लाई से लिंक किया गया है.