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धरने से लौटे केजरीवाल की हुंकार- अब पूर्ण राज्य के लिए करेंगे संघर्ष

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का ढांचा अजीब है, यहां सरकार को कोई पावर नहीं है. शीला दीक्षित के वक्त में दिल्ली आधा राज्य था, लेकिन पीएम मोदी ने दिल्ली को 10 फीसद राज्य बना दिया है. थोड़ी बहुत पावर थी वो भी छीन ली, न पूर्ण राज्य का दर्जा दिया. इससे पूरे देश के सामने आया कि मोदी सरकार जनतंत्र का गला घोंट रही है.

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अरविंद केजरीवाल, फाइल फोटो
अरविंद केजरीवाल, फाइल फोटो

उपराज्यपाल दफ्तर से धरना खत्म कर लौटे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल फुल एक्शन में नज़र आए. घर लौटते ही आम आदमी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं से मुख़ातिब हुए केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं को अब दिल्ली में पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.

पिछले 9 दिनों तक सोशल मीडिया के ज़रिए एलजी अनिज बैजल से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने वाले अरविन्द केजरीवाल अपने मंत्री गोपाल राय के साथ धरना खत्म कर 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर सीएम आवास पहुंचे. यहां पहले से ही विधायकों और पार्टी नेताओं की बैठक चल रही थी. इस दौरान अरविन्द केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और आगे की रणनीति पर चर्चा की.

सभी दलों ने दिया समर्थन

धरने का अनुभव साझा करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'पिछले 9 दिन का अनुभव अच्छा रहा, आज सभी की जीत हुई है. बीजेपी-कांग्रेस को छोड़कर देश के सभी दलों ने समर्थन दिया, जिसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं. जो काम 4 मंत्री एलजी दफ़्तर के अंदर नहीं कर पाते, बाहर आप लोगों ने करिश्मा कर दिखाया है'. केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को कहा कि अब दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाना है, इस संघर्ष के लिए तैयार हो जाओ.

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आगे केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का ढांचा अजीब है, यहां सरकार को कोई पावर नहीं है. शीला दीक्षित के वक्त में दिल्ली आधा राज्य था, लेकिन अब पीएम मोदी ने दिल्ली को 10 फीसद राज्य बना दिया है. थोड़ी बहुत पावर थी वो भी छीन ली, न पूर्ण राज्य का दर्जा दिया. इससे पूरे देश के सामने आया कि मोदी सरकार जनतंत्र का गला घोंट रही है.

प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि वो दिल्ली का कामकाज ठप कराना चाहते हैं. दिल्ली में प्रधानमंत्री आईएएस अफसरों की हड़ताल करवा रहे हैं जो दुखद है. उन्होंने कहा कि हम कोई हिंदुस्तान-पाकिस्तान नहीं इसी देश के लोग हैं. हमारी विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन देश के लोगों के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए.

एक फोन से हड़ताल खत्म...

इस दौरान केजरीवाल ने धरना खत्म करने की अजीब सी वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि आज अधिकारियों की हड़ताल कैसे खत्म हुई? दरअसल एक फोन कॉल गया एलजी ऑफिस से कि मीटिंग में जाओ. इसके बाद एक मिनट के अंदर हड़ताल खत्म हो गयी, कोई मीटिंग की ज़रूरत नहीं पड़ी. लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल का हड़ताल करवाना एक गलत बात है.

अरविन्द केजरीवाल ने धरने को छोटी जीत बताते हुए आईएएस अफसरों की तारीफ की. केजरीवाल ने कहा कि हमारे आईएएस अफसर बहुत अच्छे हैं. बिजली पानी का काम अफसरों के जरिए ही हो सका, लेकिन अधिकारियों को एलजी आवास से धमकी आती है और उन्हें काम करने से रोका जाता है.

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