उत्तराखंड में आपदा से लौटकर आए लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन 9910135205 बनाया गया है. इस पर 24 घंटे आप मनोचिकित्सक से बात कर सकते है. यह हेल्पलाइन उन लोगों के लिए है, जिनको इस प्राकृतिक आपदा से गहरा सदमा लगा है.
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को कई दिन बीत गए, लेकिन अभी भी हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाए. ऐसे बहुत से लोग जिनको बचाकर लाया गया है. यह लोग महाविनाश से बचकर वापस तो आ गए है, लेकिन अब भी गहरे सदमे में है. ऐसे ही लोगों की मदद करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर दिया गया है, जिसपर कॉल कर मनोचिकित्सक की मदद ली जा सकती है. इस फोन की सेवाएं आपको 24 घंटो मिलेगी.
मनोचिकित्सक समीर किलानी कहते हैं कि ट्रामा काफी बड़ा है. हेल्पलाइन से लोगों को मदद मिलेगी. डॉक्टरों का मानना है जो लोग बचकर लौटे हैं, उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे लोगों को सदमे से बाहर आने में कई साल भी लग सकते है. डॉक्टर मानते है कि ऐसे ट्रामा में पांच पड़ाव होते है जिसका सामना पीड़ितों को करना पड़ता है. इनमें सदमा लगना, दर्द का अनुभव नहीं होना, गुस्सा आना, तनाव होना शामिल है. ऐसे लोगों को दवाइयों के साथ फिजियोथेरपी की भी जरूरत है.