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भीड़ से निपटने के लिए दिल्ली मेट्रो का फ्लैक्सी टाइमिंग प्रस्ताव

दिल्ली-एनसीआर में काम करने वाले निजी और सरकारी कर्मचारियों को जल्द ही नए समय पर ऑफिस जाना पड़ सकता है. अगर दिल्ली मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई तो ‘फ्लेक्सी टाइमिंग’ योजना के तहत मेट्रो स्टेशन के निकट स्थि‍त कार्यालयों के खुलने और बंद होने के समय में हेरफेर करनी होगी.

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पीक आवर में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर भीड़ (फाइल फोटो)
पीक आवर में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर भीड़ (फाइल फोटो)

दिल्ली-एनसीआर में काम करने वाले निजी और सरकारी कर्मचारियों को जल्द ही नए समय पर ऑफिस जाना पड़ सकता है. अगर दिल्ली मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई तो ‘फ्लेक्सी टाइमिंग’ योजना के तहत मेट्रो स्टेशन के निकट स्थि‍त कार्यालयों के खुलने और बंद होने के समय में हेरफेर करनी होगी.

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने योजना के विस्तृत खाका के साथ नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नासकॉम) और केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय (एमओयूडी) को इस संदर्भ में पत्र लिखे हैं.

ऐसे कम होगी भीड़
इस योजना की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि इस समय सुबह के पीक ऑवर यानी आठ बजे से 11 बजे के बीच मेट्रो की औसत 70 फीसदी सवारियां सफर करती हैं. डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि कार्यालयों के समय में लचीलेपन (फ्लैक्सी टाइमिंग) से सुनिश्चित होगा कि कर्मचारी सुबह आठ बजकर 45 मिनट से दस बजे के बीच कई शिफ्टों में कार्यस्थल के लिए निकलेंगे, जिससे पीक और ऑफ-पीक आवर की भीड़ को संतुलित करने में मदद मिलेगी.

इसी तरह इसके बाद कार्यालयों को शाम 5 बजकर 15 मिनट से साढ़े छह बजे के बीच कई शिफ्टों में काम खत्म करना होगा, जिससे लोग अलग-अलग समय पर कार्यालयों से निकलेंगे.

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दयाल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो ने ‘फ्लैक्सी टाइमिंग’ का प्रस्ताव इसलिए रखा है क्योंकि दुनियाभर में प्रचलित ‘डिफरेंट प्राइसिंग’ (सुबह-शाम जल्दी सफर करने वालों के लिए कीमतों में छूट) नाम की दूसरी योजना इस समय डीएमआरसी के लिए व्यवहारिक नहीं है.

-इनपुट भाषा से

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