राजधानी दिल्ली में अप्रैल ओर मई के महीने में कोरोना का भयंकर प्रकोप था. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक तीनों नगर निगम की ओर से 34,750 से ज्यादा डेथ सर्टिफिकेट जारी किए गए. जोकि पिछले साल के मुकाबले 250 प्रतिशत से अधिक है.
वहीं पिछले साल अप्रैल और मई के महीने में ही दिल्ली नगर निगम ने 9,916 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए थे. चूंकि इस साल अप्रैल के अंत में दूसरी लहर अपने चरम पर थी इसलिए इनमें से अधिकांश मृत्यु प्रमाण पत्र मई में जारी किए गए हैं. इस साल मई के लिए मृत्यु पंजीकरण के आंकड़ों से पता चलता है कि तीनों नगर निगमों द्वारा 24,000 प्रमाण पत्र जारी किए गए थे, जबकि 2020 में इसी महीने के दौरान, नगर निगम के द्वारा 5,475 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए थे.
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वहीं दक्षिण दिल्ली नगर निगम के पंजीकरण डेटा से पता चलता है कि मृत्यु प्रमाण पत्रों की संख्या मई 2020 में 2,512 से बढ़कर मई 2021 में 10,209 हो गई. दूसरी तरफ उत्तर दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी मृत्यु प्रमाणपत्रों की संख्या में 2116 से 9663 तक की वृद्धि देखी गई, इसी टाइम में पूर्वी निगम द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्रों की संख्या 847 से बढ़कर 4,128 हो गई.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश जेपी की मानें तो यह आंकड़े उन लोगों के हैं जिनके मई के महीने में और अप्रैल के महीने में मृत्यु हुई थी और उनके सर्टिफिकेट नगर निगम द्वारा जारी किए गए हैं, नगर निगम के मेयर प्रकाश की मानें तो कोरोना से अप्रैल और मई के महीने में ज्यादा मौतें हुई थीं. सभी श्मशान घाट में उनकी लिमिट से ज्यादा क्रिमिनेशन किया गया था.