देश की राजधानी दिल्ली में फिर डेंगू पैस पसार रहा है. कई साल बाद फिर डेंगू के मामले डराने लगे हैं. स्थिति इतनी चिंताजनक हो गई है कि कई सालों के रिकॉर्ड धवस्त होते दिख रहे हैं और सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि राजधानी में अब तक कुल 29 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं. अब ये मामले रुक रहे हों ऐसा नहीं है. इस समय डेंगू का कहर हर बीतते दिन के साथ बढ़ता दिख रहा है.
दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामले
इस बारे में साउथ एमसीडी की मेयर अनामिका का कहना है कि 100 ऐसी जगहों की खोज कर ली गई है जहां पर मच्छरों का लार्वा पनपता है. 46 जगहों पर गैम्बुशिया और हैप्पी मछलियां छोड़ी जा रही हैं. वहीं निगम के 4 ज़ोनों में कंट्रोल रूम बनाकर नजर रख रहे हैं. अब एक तरफ मेयर की तरफ से अपनी तैयारियों के बारे में बताया गया, वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार पर भी निशाना रहा. मेयर की मानें तो अनाधिकृत कॉलोनियों में दिल्ली सरकार की पानी की पाइप लाइन का सिस्टम लीक है, जिस वजह से पानी जमा हो जाता है और फिर मच्छर पनपने शुरू हो जाते हैं.
ताबड़तोड़ एक्शन क्यों हो रहे हैं?
वैसे निगम की मानें तो उनकी तरफ से डेंगू से लड़ने की पूरी तैयारी की गई है. वहीं पहले से भी कई तरह की सावधानियां बरती गई हैं. इस बारे में जानकारी दी गई है कि 1,84,522 घरों में स्प्रे किया जा चुका है, 6,266 जगहों पर लार्वा भी मिला है.
निगम अधिकारियों ने जोर देकर कहा है कि अब तक 6,792 लोगों को लापरवाही बरतने के चलते लीगल नोटिस भेजे गए हैं. इसी तरह 453 अन्य लोगों पर लापरवाही के चलते कार्रवाई की गई है. इस सब के अलावा करीब 484 एजुकेशनल इंस्टीट्शन में निरीक्षण के बाद निगम को 118 एजुकेशनल संस्थानों में लार्वा मिला है. उन तमाम संस्थानों को सरकारी नोटिस और चालान जारी किया गया.
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जलभराव से कैसे निपटेगी दिल्ली?
नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश कहते हैं कि नॉर्थ एमसीडी ने पहले ही 31 मई से इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं और जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है. निगम कर्मचारी इलाकों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही केमिकल आदि के छिड़काव की मदद से भी इन बीमारियों को दूर रखने की कोशिश की जा रही है.
वैसे अब क्योंकि बरसात का दौर शुरू होने जा रहा है, ऐसे में जलभराव की स्थिति से भी डेंगू का खतरा बढ़ सकता है. इसी वजह से एमसीडी इस पहलू पर भी काम कर रही है. इस बार भी दावा किया जा रहा है कि जलभराव रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाया जा रहा है. अब ये कदम दिल्ली वालों को कितनी राहत देने वाले हैं, ये कुछ दिनों में साफ हो जाएगा.