देश का सर्वोच्च पुलिस वीरता पुरस्कार छत्तीसगढ़ के शंकर राव को दिया जायेगा. शंकर राव को मरणोपरांत यह पदक दिया जा रहा है. भिलाई के रहने वाले शंकर राव देश के इकलौते जांबाज हैं जिन्हें इस अवॉर्ड से नवाजा जायेगा. साल 2015 में सुकमा के पीडमेल के जंगल में शंकर राव को शहादत प्राप्त हुई थी. वहीं इस साल के लिए पुलिस वीरता पदक के अलग-अलग श्रेणी में छत्तीसगढ़ पुलिस के 14 जांबाज अफसरों और जवानों को भी अवॉर्ड दिया जायेगा. जिन अफसरों को ये अवॉर्ड दिया जायेगा उनमें 3 IPS अफसर भी शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ के अरूणदेव गौतम को विशिष्ट पुलिस सेवा पदक प्रदान किया जाएगा. गौतम एडीजी रैंक के IPS हैं. फिलहाल वह मंत्रालय में गृह विभाग की कमान संभाल रहे हैं. वहीं सराहनीय सेवाओं के लिए 2 आईपीएस अफसरों समेत कुल 8 अफसरों को पदक दिया जा रहा है. सराहनीय सेवा के लिए कवर्धा के एसपी लाल उमैद सिंह, मुख्यमंत्री सुरक्षा के एसपी प्रखर पांडेय, ईओडब्ल्यू एसपी अरविंद कुजूर, छठी बटालियन के कमांडेंट तिलकराम कोशिमा, एसटीएफ के प्लाटून कमांड महेंद्र कुमार यादव, हेड कांस्टेबल राजेंद्र कुमार देशमुख, हेड कांस्टेबल जगमोहन कुंजाम, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार लोढ़ी को भी अवॉर्ड दिया जायेगा.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर पुलिस सेवा मेडलों का एलान किया गया. इस बार 990 लोगों को पुलिस मेडल दिया जाएगा. इनमें एक प्रेसीटेंड पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री (PPMG) ,190 लोगों को पुलिस मेडल(PMG), 93 लोगों को विशिष्ट सेवा के लिए प्रेसीडेंट मेडल (PPMDS) और 706 लोगों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस मेडल (PMMS) से सम्मानित किया जाएगा.