वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को रायपुर में जीएसटी का तोड़ निकालने वाले व्यापारियों को आगाह किया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे व्यापारी जो जीएसटी लागू होने के बावजूद टैक्स चोरी की कवायत में जुटे हैं उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दुकानदार एक ही सामान के काट रहे हैं कई बिल
दरअसल जीएसटी से बचने के लिए कई दुकानदार एक जोड़ी जूते को अलग-अलग कर बेच रहे हैं और इसके लिए दो बिल भी बना रहे हैं. यही हाल वस्त्र विक्रेताओं का भी है. जेटली ने ऐसे व्यापारियों के खिलाफ दंडनीय कार्यवाही की चेतावनी दी है. 500 रुपये से कम के फुटवेयर पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है. जबकि उससे अधिक के फुटवेयर पर 18 फीसदी टैक्स लगेगा. इस टैक्स से बचने के लिए कई व्यापारी एक जोड़ी जूते को दो भाग में बेच रहे हैं. दोनों जूतों के अलग-अलग बिल बना रहे हैं जिससे 18 फीसदी टैक्स से बचा जा सके.
टैक्स चोरी करनेवालों को चेतावनी
रायपुर में रविवार को आयोजित जीएसटी की एक वर्कशॉप में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने व्यापारियों को विश्वास दिलाया कि उन्हें अब इंस्पेक्टर राज से मुक्ति मिल गई है. उन्हें सिर्फ अपना रिकॉर्ड मेंटेन करना है और बेफिक्री से व्यापार करना है. जेटली ने व्यापारियों को जीएसटी की कई खूबियां बताईं. उन्होंने ये भी बताया कि उनके सॉफ्टवेयर में कारोबार का पूरा ब्योरा दर्ज हो रहा है. लिहाजा टैक्स चोरी की कोई गुंजाइश नहीं है.
देश के विकास के लिए जीएसटी बड़ा कदम
जीएसटी की इस वर्कशॉप को मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत वित्त विभाग के अफसरों ने भी संबोधित किया. सभी ने जीएसटी को देश के विकास के लिए उठाया गया बड़ा कदम करार दिया है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद भी अरुण जेटली के साथ इस कार्यक्रम में उपस्थित थे. अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान रामनाथ कोविंद ने प्रदेश के बीजेपी सांसदों और विधायकों से मुलाकात की और अपने लिए समर्थन मांगा.