फैशन एंटरप्रेन्योर फंड,भारत का पहला फैशन-केंद्रित उद्यम स्टूडियो है (FEF). FEF लगातार ऐसे लोगों को साथ जोड़ रहा है जो फैशन इंडस्ट्री में नयी सोच और बदलाव लाने का सपना देखते हैं। अब इस सफर में एक नया और अहम नाम जुड़ा है—सुश्री सलोनी जैन। उन्होंने एक निवेशक और मार्गदर्शक के रूप में FEF के साथ साझेदारी की है, ताकि उभरते फैशन ब्रांड्स को बेहतर अवसर और सही दिशा मिल सके।
श्री रवि जयपुरिया, श्री गौरव डालमिया, श्री विनोद दुगर, सुश्री मंजू याज्ञनिक, सुश्री सोनाली दुगर और बॉलीवुड के नामचीन हस्तियों—श्री अक्षय कुमार और श्री करण जौहर की तरह अब सलोनी जैन भी इस फंड से जुड़कर यह दिखा रही हैं कि पूंजी सिर्फ मुनाफा कमाने का जरिया नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने का माध्यम भी बन सकती है।
सलोनी जैन ने आभूषणों के क्षेत्र में अपने काम और सोच के जरिए एक खास पहचान बनाई है। वे विनायक ज्वेल्स फाउंडेशन की संस्थापक हैं और विनायक प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड व इनोवेट हब प्राइम एस्टेट एलएलपी की निदेशक हैं। उन्होंने पारिवारिक व्यवसाय को नई सोच और आधुनिक मैनेजमेंट के साथ आगे बढ़ाया है और पिछले 20 सालों में जयपुर स्थित अपने ब्रांड को देश के तेज़ी से बढ़ते आभूषण निर्माताओं में शामिल कर दिया है।
फैशन और डिज़ाइन के साथ-साथ सलोनी जैन सामाजिक बदलाव के कामों में भी गहरी रुचि रखती हैं। JITO जयपुर चैप्टर की चेयरपर्सन के रूप में उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में ज़मीनी स्तर पर काम किया है। उन्होंने 400 से ज़्यादा लड़कियों को छात्रवृत्तियां और स्किल ट्रेनिंग दिलवाने में मदद की है। उनकी संस्था, विनायक ज्वेल्स फाउंडेशन, अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ मिलकर भोजन, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा से जुड़े कई कार्यक्रम भी चलाती है। उन्हें हाल ही में ‘नारी गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया है।
सलोनी जैन ने जयपुर की मेयर, राजस्थान के मुख्यमंत्री और भारत के राष्ट्रपति जैसे कई बड़े नेताओं के साथ सामाजिक कार्यों और योजनाओं पर बातचीत की है और कई बार उनकी पहल में भाग लिया है।
अब जब वे FEF से जुड़ी हैं, तो उनके अनुभव, सोच और सामाजिक दृष्टिकोण से इस मंच को और मज़बूती मिलेगी। FEF का मकसद है भारत के फैशन स्टार्टअप्स और उद्यमियों को एक साथ जोड़ना, उन्हें निवेश, मार्गदर्शन और प्लेटफॉर्म देकर आगे बढ़ाना।
FEF से जुड़ने पर सलोनी जैन ने कहा:
“हमारा काम हमेशा इनोवेशन को बढ़ावा देना रहा है। डिज़ाइनर, इंजीनियर और कारीगर मिलकर भारत की पहचान को दुनिया तक ले जाते हैं। FEF की यह सोच कि वह नए फैशन ब्रांड्स को सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि अनुभव, गाइडेंस और नेटवर्क देता है—मुझे बहुत प्रेरणादायक लगी। यह ‘मेक इन इंडिया’ और युवाओं को आगे बढ़ाने जैसे लक्ष्यों से जुड़ा हुआ है।”
भारत का फैशन बाज़ार, जिसकी कुल कीमत ₹125 मिलियन से अधिक है, बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है, लेकिन अभी तक बहुत बिखरा हुआ है। इस बारे में सलोनी कहती हैं:
“हमारे देश में बहुत टैलेंट है, लेकिन उन्हें आगे बढ़ने के लिए सही मदद नहीं मिलती—न पैसा, न प्लेटफॉर्म और न मार्गदर्शन। FEF इसी कमी को पूरा कर रहा है। मैं इस पहल का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं।”
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