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मुंह के बैक्टीरिया भी बन सकते हैं हार्ट अटैक का कारण! वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी

Oral Health Linked To Heart Attack: नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि हार्ट अटैक के पीछे सिर्फ कोलेस्ट्रॉल और खराब लाइफस्टाइल ही नहीं, बल्कि मुंह के बैक्टीरिया भी जिम्मेदार हो सकते हैं. रिसर्च के मुताबिक विरिडन्स स्ट्रेप्टोकोकी नामक बैक्टीरिया आर्टरी में प्लाक बनाकर दिल का दौरा ट्रिगर कर सकते हैं.

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मुंह कै बैक्टीरिया हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं. (Photo: AI Generated)
मुंह कै बैक्टीरिया हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं. (Photo: AI Generated)

आज कल की भागती दौड़ती जिंदगी में लोगों को कई बीमारियां हो रही हैं, जिनमें से एक दिल का दौरा भी है. जहां हार्ट अटैक पहले बुजुर्गों को आया करता था, लेकिन अब ये सिर्फ बड़े-बूढ़ों तक सीमित नहीं रहा है. पिछले कुछ सालों में भारत और दुनिया भर में 40 साल से कम उम्र के कई युवाओं को भी दिल का दौरा पड़ रहा है. आम तौर पर इसकी वजह हाई कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, खराब खानपान और हाई ब्लड प्रेशर मानी जाती है. लेकिन अब उसके पीछे सिर्फ यही कारण नहीं हैं. हाल ही में की गई एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने हार्ट अटैक आने की एक और चौंकाने वाली वजह बताई है, जो मुंह के बैक्टीरिया हैं.

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में छपी एक स्टडी के मुताबिक, मुंह से निकलने वाले बैक्टीरिया, खासकर विरिडांस स्ट्रेप्टोकोकी, सीधे तौर पर घातक दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकते हैं. ये स्टडी फिनलैंड और ब्रिटेन के रिसर्चर्स द्वारा की गई है. 

रिसर्च में क्या पाया गया?
रिसर्चर्स ने 121 लोगों के दिल की आर्टरीज में जमे प्लाक की जांच की. ये लोग वो थे जिनकी अचानक अस्पताल के बाहर मौत हो गई थी. इसके अलावा, उन्होंने 96 ऐसे मरीजों की आर्टरीज के सैंपल्स भी टेस्ट किए, जिनकी सर्जरी हुई थी. इन सैंपल्स की जांच में पता चला कि लगभग आधे मामलों में मुंह के बैक्टीरिया का डीएनए मौजूद था. इनमें सबसे आम बैक्टीरिया विरिडन्स स्ट्रेप्टोकोकी था, जो 42% दिल के प्लाक और 43% सर्जिकल सैंपल्स में पाया गया.

बैक्टीरिया से कैसे होता है हार्ट अटैक?
आर्टरीज में बनने वाली फैट की लेयर्स (पट्टिकाओं) के अंदर बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं और ये दिल का दौरा आने का कारण बनते हैं. ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे एक चिपचिपी लेयर (बायोफिल्म) बना लेते हैं, जिससे आपका इम्यून सिस्टम उन्हें पहचान नहीं पाता. जब यह पट्टिका फटती है, तो बैक्टीरिया और उनके टुकड़े बाहर आ जाते हैं. इससे शरीर का इम्यून सिस्टम एक्टिवेट हो जाता है और सूजन शुरू हो जाती है. ये सूजन आर्टरीज की दीवारों को कमजोर बना देती है, जिससे उनके फटने और दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. वैज्ञानिकों ने पाया कि विरिडन्स स्ट्रेप्टोकोकी नामक बैक्टीरिया TLR2 नाम के एक रास्ते को भी एक्टिव करता है, जिससे आर्टरीज में सूजन और ज्यादा बढ़ जाती है.

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मुंह की सफाई क्यों जरूरी?
ये रिसर्च दिखाती है कि आपके दांत और मसूड़ों की सेहत का सीधा असर दिल की सेहत पर पड़ता है. अगर आप मुंह की सही देखभाल करें, तो खतरनाक दिल के दौरे का जोखिम काफी हद तक कम किया जा सकता है.

कैसे रखें ओरल हेल्थ का ध्यान?

1. अपने दांतों को दिन में दो बार दो मिनट तक ब्रश करें.

2. अपनी जीभ साफ करें और दांतों के बीच फ्लॉस या वॉटर फ्लॉसर का इस्तेमाल करें.

3. मीठे फूड्स और ड्रिंक्स को कम से कम पिएं.

4. हर 3-4 महीने में अपना टूथब्रश बदलें.

5. साल में एक बार अपने डेंटिस्ट से मिलें.

6. तंबाकू प्रोडक्ट्स से पूरी तरह परहेज करें. अगर आपको मसूड़ों से खून आना, दर्द या सूजन महसूस हो, तो तुरंत डेंटिस्ट से मिलें.

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