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डायबिटीज पैशेंट शकरकंद खा सकते हैं या नहीं? जानें ग्लाइसेमिक इंडेक्स का पूरा गणित

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सही खानपान बेहद जरूरी है. शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 44 से 61 के बीच होता है, जो इसे मध्यम-GI कैटेगरी में रख जाता है. क्या डायबिटीज के लोग शकरकंद खा सकते हैं, इस बारे में जानेंगे,

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शकरकंद कार्बोहाइड्रेट का मुख्य सोर्स है. (Photo: Pixabay)
शकरकंद कार्बोहाइड्रेट का मुख्य सोर्स है. (Photo: Pixabay)

मधुमेह यानी डायबिटीज को कंट्रोल में रखना सिर्फ दवा से नहीं बल्कि सही खानपान से भी जुड़ा होता है इसलिए इसे लाइफस्टाइल डिजीज कहा जाता है. रोजमर्रा की लाइफ में कुछ चीजों को एड करके और कुछ चीजों को बाहर करके डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. कई लोगों के मन में सवाल होता है कि स्वादिष्ट और न्यूट्रिशन से भरपूर शकरकंद (Sweet Potato) क्या डायबिटीज में खाना सुरक्षित है? इस बारे में न्यूट्रिशन एक्सपर्ट और रिसर्च क्या कहती हैं, इस बारे में जानना बेहद जरूरी है ताकि इसके सेवन की सही जानकारी हो सके. तो आइए सबसे पहले डायबिटीज के मरीजों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) का मतलब समझते हैं.

ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) क्या है?

ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानी GI एक वैज्ञानिक पैमाना है जो बताता है कि कोई भी चीज खाने के बाद हमारे ब्लड शुगर को कितनी तेजी से बढ़ाता हैं. इसका स्कोर 0 से 100 के बीच होता है. कम GI (55 या उससे कम) वाली चीजें खून में धीरे-धीरे ग्लूकोज रिलीज करते हैं जिससे शुगर कंट्रोल रहता है. वहीं, अधिक GI (70 से अधिक) वाली चीजें शुगर को तुरंत बढ़ा देती हैं. न्यूट्रिशनिस्ट अवनी कौल के अनुसार, 'डायबिटीज मैनेजमेंट में कम GI वाले विकल्प चुनना अधिक सुरक्षित होता है.'

शकरकंद का ग्लाइसेमिक स्कोर और न्यूट्रिशन

शकरकंद का GI औसतन 44 से 61 के बीच होता है जो उसे मीडियम-GI कैटेगरी में रखता है. यह इस पर निर्भर करता है कि उसे कैसे पकाया गया है. उदाहरण के लिए, बेक्ड शकरकंद का GI उबले हुए शकरकंद से थोड़ा अधिक होता है.

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150 ग्राम उबले हुए शकरकंद में करीब 27 ग्राम कार्ब, 4 ग्राम फाइबर, रोजाना विटामिन ए की जरूरत का लगभग 400 प्रतिशत, विटामिन C, पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है. इसके साथ ही इसमें बीटा-कैरोटीन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं.

इंटरनेशन जर्नल न्यूट्रिएंट्स (2021) में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, शकरकंद में मौजूद पॉलीफेनॉल्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और इंसुलिन सेंसेटिविटी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

डायबिटीज में शकरकंद कैसे शामिल करें?

रिसर्च बताती हैं कि रोजाना की एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट के साथ अगर शकरकंद को सही मात्रा में लिया जाए तो यह डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है.

रिसर्च के मुताबिक, आप डायबिटीज कंट्रोल रखते हुए टेस्ट भी चाहते हैं तो शकरकंद को उबालने की जगह बेक करें और उसके ऊपर ग्रीक योगर्ट और थोड़ी दालचीनी पाउडर डालें. एयर-फ्राइड शकरकंद भी खा सकते हैं.

हरी सब्जियों या बीन्स के सूप के साथ उसमें शकरकंद के टुकड़े डाल सकते हैं. साथ ही मैश्ड शकरकंद का सेवन भी कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि एक बार में सिर्फ एक मीडियम साइज शकरकंद (लगभग 150 ग्राम) ही लें. यदि आप शकरकंद के साथ इसे और हेल्दी फैट्स (जैसे दही या नट्स) लेते हैं तो शुगर धीरे-धीरे रिलीज होगी और ब्लड शुगर और भी धीरे बढ़ेगी.

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