
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर हंगरी मूल के अमेरिकी अरबपति और हेज फंड मैनेजर जॉर्ज सोरोस के बयान पर सरकार और विपक्ष दोनों ने कड़ी आपत्ति जताई है. सोरोस ने आरोप लगाया था कि मोदी और अडानी बेहद करीबी सहयोगी हैं.
इस हंगामे के बीच सोशल मीडिया पर सोरोस के साथ जोड़ते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में राहुल किसी शख्स के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. कुछ लोग इस तस्वीर को शेयर करते हुए राहुल के साथ खड़े शख्स को जॉर्ज सोरोस बता रहे हैं.
एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “हे सनातनियो हिन्दुस्तान के खिलाफ विदेशी साजिशों की जो भी परत खुलती है उसका एक तार कांग्रेस से जाकर जरूर मिलता है. पप्पू के साथ यही है वो अरबपति जॉर्ज सोरोस जिसने भारत के शेयर मार्केट को गिराने के लिए बयान दिया है. ये भारत को कंगाल देखना चाहता है. अब समझे ये पूरा खेल?.”

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल तस्वीर में राहुल गांधी के साथ दिख रहे शख्स जॉर्ज सोरोस नहीं, बल्कि भारत में अमेरिकी राजदूत रहे केनेथ जस्टर हैं. वायरल हो रही तस्वीर साल 2018 की है जब राहुल ने बतौर कांग्रेस अध्यक्ष केनेथ से मुलाकात की थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
जॉर्ज सोरोस ने पिछले दिनों भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के कारोबार को लेकर आई अमेरिकी संस्था ‘हिंडनबर्ग’ की रिपोर्ट पर बयान दिया था. इस बयान के बाद से सोरोस बीजेपी के निशाने पर हैं.
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में सोरोस की तस्वीर छपी है. इन तस्वीरों की जब हमने राहुल के साथ खड़े शख्स की वायरल तस्वीर के साथ तुलना की तो दोनों में हमें कोई समानता नहीं मिली.
जब हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो हमें कुछ न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक 18 जनवरी 2018 को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में उस वक्त के अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर और राजनयिक एलिस वेल्स के साथ मुलाकात की थी. वायरल तस्वीर उसी मुलाकात की है. खुद राहुल गांधी ने इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर किया था.
( Embed Twitter : https://twitter.com/RahulGandhi/status/954002009203486722?s=20b )
केनेथ जस्टर साल 2017 से 2021 तक भारत में अमेरिका के राजदूत रहे.

इस पूरे मसले को लेकर बीजेपी, कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि सोरोस की ग्रांट से चलने वाली एक एनजीओ के लोग हाल ही में पूरी हुई कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए थे.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी सोरोस के बयान की आलोचना की है. कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने अपने बयान में कहा, “सोरोस हमारे देश का चुनाव परिणाम तय नहीं कर सकते.”
कौन हैं जॉर्ज सोरोस?
92 साल के जॉर्ज सोरोस करेंसी बाजार के कारोबारी और शेयर मार्केट के बड़े निवेशक हैं. साढ़े आठ अरब डॉलर की नेटवर्थ वाले कारोबारी सोरोस ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशंस’ के संस्थापक हैं. ये संस्था दुनियाभर में डेमोक्रेसी, पारदर्शिता और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए काम करने वाले लोगों और ग्रुप्स को आर्थिक ग्रांट मुहैया कराती है.
इससे पहले भी सोरोस ने भारत के पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके नेतृत्व में भारत तानाशाही व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है.
सोरोस के इस ताजा बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें एक खतरनाक, हठधर्मी, रईस, बूढ़ा आदमी तक कह डाला. जयशंकर का कहना है, “वो सोचते हैं कि उनके विचारों से पूरी दुनिया की गति तय होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी पर की थी टिप्पणी
म्युनिख में 16 फरवरी को एक कॉन्फ्रेंस के दौरान सोरोस ने कहा था कि अडानी के मसले पर नरेंद्र मोदी को संसद में विदेशी इनवेस्टर्स से उठ रहे सवालों का जवाब देना होगा.