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फैक्ट चेक: बीजेपी समर्थकों के आपसी झगड़े का पुराना वीडियो यूपी चुनाव से जोड़कर वायरल

पश्चिमी यूपी की सियासत के लिहाज से जाट समुदाय को बेहद अहम माना जाता है. यही वजह है कि यूपी चुनाव से पहले सभी प्रमुख पार्टियां जाटों को लुभाने के लिए अपनी-अपनी तरह से कोशिश कर रही हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
यूपी के बागपत जिले में जाट समुदाय के लोगों ने बीजेपी नेताओं की गाड़ियों में तोड़-फोड़ की.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल वीडियो दिसंबर 2021 का है जब आगरा में दो बीजेपी नेताओं के समर्थक टिकट पाने की दावेदारी को लेकर आपस में भिड़ गए थे.

पश्चिमी यूपी की सियासत के लिहाज से जाट समुदाय को बेहद अहम माना जाता है. यही वजह है कि यूपी चुनाव से पहले सभी प्रमुख पार्टियां जाटों को लुभाने के लिए अपनी-अपनी तरह से कोशिश कर रही हैं.

इस बीच एक वीडियो के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि यूपी के बागपत में जाट समुदाय के लोगों ने बीजेपी नेताओं की गाड़ियों पर हमला बोल दिया.

वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक कतार में खड़ी गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर रहे हैं. एक जगह बाइक पर लगा हुआ बीजेपी का झंडा भी देखा जा सकता है.

वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, "बीजेपी का जनपद बागपत में जाटों के गांव लाठी-डंडों से हुआ स्वागत. "

 

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो पिछले साल दिसंबर का है जब आगरा में दो बीजेपी नेताओं के समर्थक आपस में भिड़ गए थे.  

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कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो को इन-विड टूल की मदद से खोजने पर हमें 7 दिसंबर 2021 की ‘हिन्दुस्तान’ की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक दूसरा वीडियो और तस्वीरें देखी जा सकती हैं. खबर के मुताबिक, आगरा में दो बीजेपी नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई थी.

इस मामले को लेकर ‘आजतक’ ने भी एक खबर छापी थी. खबर के अनुसार, आगरा के बाह विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अरिदमन सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव सिंह चौहान के समर्थकों के बीच टिकट पाने की दावेदारी को लेकर हिंसक झड़प हुई थी. दोनों नेताओं के बीच वर्चस्व की जंग के चलते बाजार में भगदड़ मच गई थी और हालात काबू में लाने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल भी बुलाना पड़ा था.

इसी सिलसिले में "यूपी तक" ने यूट्यूब पर एक वीडियो रिपोर्ट शेयर की थी. दोनों वीडियोज से स्क्रीनशॉट लेकर जब हमने इनकी तुलना की तो ये साफ हो गया कि वायरल वीडियो आगरा की इसी घटना का है.

राजा महेन्द्र उर्फ अरिदमन सिंह 2012 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से विधायक थे. 2017 विधानसभा चुनाव से पहले वो सपा छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. उस साल के चुनाव में बाह विधानसभा क्षेत्र से महेंद्र की पत्नी रानी पक्षालिका सिंह को बीजेपी का टिकट मिला था और उन्होंने लगभग 23 हजार वोटों से जीत हासिल की थी.

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साल 2022 के चुनाव में भी बीजेपी ने पक्षालिका सिंह को ही बाह क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है. दूसरी ओर, अरिदमन सिंह खुद बाह क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

हमारी पड़ताल से यह बात साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो पिछले साल आगरा में बीजेपी नेताओं के बीच हुई आपसी झड़प का है. इसे जाटों द्वारा बीजेपी नेताओं की गाडि़यों में तोड़फोड़ बताते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है.

(ऋद्धीश दत्ता के इनपुट के साथ)

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