
कोविड की पहली और दूसरी लहर के प्रकोप की वजह से लंबे समय तक देश भर के स्कूल बंद रहे. अब कोविड की रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है तो इन्हें दोबारा खोला जा रहा है. भारत के ज्यादातर राज्यों में स्कूल या तो सख्त कोविड प्रोटोकॉल के साथ खुल चुके हैं या खुलने वाले हैं.
इस बीच सोशल मीडिया पर अचानक कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2022 तक सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. एक न्यूज वीडियो वायरल है जिसके थंबनेल में लिखा है, “कल से जनवरी 2022 तक स्कूल बंद- सुप्रीम कोर्ट”.
इस वीडियो में तीन खबरें हैं. पहली खबर यूनेस्को के हवाले से है जिसमें बताया जा रहा है कि कोरोना के चलते 191 देशों में स्कूलों को बंद करना पड़ा. दूसरी खबर में दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के कई स्कूली बच्चों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बारे में बताया गया है. वहीं तीसरी खबर में कहा गया है कि अमेरिका में डेल्टा वेरिएंट के चलते कोविड संक्रमित बच्चों की संख्या 60 लाख के पार पहुंच चुकी है.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, “कल से सभी स्कूल जनवरी 2022 तक बंद के आदेश”.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो बच्चों में कोविड संक्रमण से संबंधित तीन अलग-अलग खबरें जोड़कर बनाया गया है. खबर लिखे जाने तक सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2022 तक स्कूलों को बंद करने जैसा कोई भी आदेश नहीं दिया है.
यूट्यूब पर भी ये दावा काफी वायरल है.

एक दिलचस्प बात ये है कि जनवरी 2022 तक सभी स्कूल बंद किए जाने की इस खबर को कोई सुप्रीम कोर्ट का, कोई पीएम मोदी का तो कोई शिक्षा मंत्री का आदेश बता रहा है.
ये दावा करने वाले ऐसे वीडियो भी धड़ल्ले से शेयर हो रहे हैं जो कोरोना महामारी से जुड़ी 7-8 अलग-अलग पुरानी खबरों के वीडियो जोड़कर बनाए गए हैं.
क्या है सच्चाई
वायरल वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि उसे तीन अलग-अलग पुराने न्यूज वीडियो जोड़कर बनाया गया है. सभी वीडियोज के ऊपरी हिस्से में अलग से बड़े-बड़े अक्षरों में ‘ब्रेकिंग न्यूज’ लिख दिया गया है, ताकि चैनल का नाम पीछे छुप जाए और कोई वीडियो की असलियत न पता कर पाए.

इस वीडियो के जिस थंबनेल में जनवरी 2022 तक स्कूल बंद रखे जाने वाले सुप्रीम कोर्ट के कथित आदेश की बात कही गई है, वो हमें किसी न्यूज रिपोर्ट में नहीं मिला. साफ है, उसे भ्रम फैलाने के लिए अलग से जोड़ा गया है.
नया बताकर पेश किया जा रहा यूनेस्को का एक साल पुराना बयान
वायरल वीडियो में यूनेस्को के जिस बयान का जिक्र है, वो पिछले साल अप्रैल महीने का है. यूनेस्को ने चिंता जताते हुए कहा था कोविड महामारी के चलते बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ और 191 देशों के स्कूलों को बंद करना पड़ा.
कीवर्ड सर्च के जरिये हमें पता लगा कि वायरल वीडियो के शुरुआती 28 सेकेंड वाला हिस्सा ‘टीवी9 भारतवर्ष’ चैनल के 23 मई 2021 के एक न्यूज बुलेटिन से लिया गया है.

अप्रैल की है दिल्ली-हिमाचल में बच्चों के संक्रमण वाली खबर
वायरल वीडियो में दूसरी खबर दिल्ली-हिमाचल प्रदेश के स्कूली बच्चों में पाए गए कोरोना संक्रमण से जुड़ी है. सर्च करने पर पता चला कि ये अप्रैल 2021 की खबर है. उस वक्त दिल्ली के एक स्कूल में 9 और चंबा, हिमाचल प्रदेश के एक स्कूल में 99 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
वीडियो के दूसरे हिस्से को सर्च करने पर हमें पता लगा कि ये ‘टीवी9 भारतवर्ष’ चैनल की 5 अप्रैल 2021 की एक न्यूज रिपोर्ट से लिया गया है.

कहां से चुराई अमेरिकी बच्चों में कोविड संक्रमण की खबर?
हाल ही में खबर आई थी कि अमेरिका के बच्चों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. वहां कोविड-19 से संक्रमित होने वाले बच्चों का आंकड़ा 60 लाख के पार पहुंच चुका है.
वायरल वीडियो के तीसरे हिस्से में यही खबर बताई गई है. सर्च करने पर हमें पता लगा कि ये हिस्सा ‘टीवी9 भारतवर्ष’ चैनल की 16 अक्टूबर 2021 की एक वीडियो रिपोर्ट से चुराया गया है.

वायरल पोस्ट में कही जा रही बात के ठीक उलट सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने कहा था कि वो स्कूल खोलने को लेकर राज्य सरकारों के निर्णय में दखलअंदाजी नहीं करेगी.
साफ है कि बच्चों में कोविड संक्रमण से जुड़ी कुछ पुरानी खबरों को जोड़तोड़ कर कुछ फर्जी वीडियो बनाए गए हैं. इनमें मनगढ़ंत थंबनेल और कैप्शन लगाकर जनवरी 2022 तक स्कूल बंद किए जाने के आदेश का हवाला दिया जा रहा है जो सरासर झूठ है.