अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने विवादित भूमि पर राम मंदिर बनने का रास्ता साफ कर दिया है. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में मुस्लिम समुदाय के लोग एक खंडहरनुमा ढांचे के पास नमाज अदा करते हुए नजर आ रहे हैं. पोस्ट में दावा है कि ये ढांचा अयोध्या की बाबरी मस्जिद है, जहां पर मुस्लिम लोग आखिरी बार नमाज अदा कर रहे हैं.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये तस्वीर बाबरी मस्जिद की नहीं बल्कि दिल्ली स्थित फिरोजशाह कोटला मस्जिद की है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही इसी तरह का भ्रामक पोस्ट को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है.

इंटरनेट पर भी हमें बाबरी मस्जिद से जुड़े ऐसे कुछ लेख मिले जिसमें वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. 
वायरल तस्वीर को इंटरनेट पर खोजने पर हमें ये तस्वीर न्यूज एजेंसी Associate Press (AP) के आर्काइव में मिली. Associate Press के मुताबिक तस्वीर में दिख रहा ढांचा दिल्ली की फिरोजशाह कोटला मस्जिद है जहां पर मुस्लिम समुदाय के लोग ईद के मौके पर नमाज अदा कर रहे हैं. इस तस्वीर को AP के फोटोग्राफर गुरिंदर ओसन ने 9 दिसंबर 2008 को लिया था.

इसी मस्जिद की एक दूसरी तस्वीर हमें गूगल की आर्ट्स एंड कल्चर की वेबसाइट पर भी मिली. यहां पर भी इस जगह को फिरोजशाह कोटला की जामी मस्जिद बताया गया है.
