अयोध्या के राम मंदिर का बताकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला को किसी दानपेटी में एक-के-बाद एक नोटों की गड्डियां डालते देखा जा सकता है. वीडियो में राम मंदिर के गर्भगृह में लगाई गई भगवान रामलला की मूर्ति की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया है. लोगों की मानें तो इस महिला ने ये दान अयोध्या के राम मंदिर में दिया है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो अयोध्या का नहीं, बल्कि राजस्थान के श्री सांवलिया सेठ मंदिर का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें साल 2023 के कई सोशल मीडिया पोस्ट्स मिले, जिनमें वायरल वीडियो मौजूद है. पोस्ट्स के मुताबिक, ये वीडियो राजस्थान के श्री सांवलिया मंदिर का है, जहां एक महिला ने कथित तौर पर 10 लाख रूपये का दान दिया.
हमें इस वीडियो के बारे में छपी एक खबर भी मिली. 11 सितंबर 2023 की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ये वीडियो राजस्थान के चित्तौरगढ़ जिले में स्थित श्री सांवलिया सेठ प्राकट्य मंदिर है. इसके मुताबिक जन्माष्टमी के उपलक्ष में इस महिला ने मंदिर में करीब 10 लाख रुपये दान किये थे.
ये जानकारी देते हुए उस वक्त कई लोगों ने ये वीडियो यूट्यूब पर शेयर किया था. इसके बाद हमें इस वीडियो का बेहतर क्वालिटी का वर्जन मिला, जिसमें मंदिर के दानपात्र पर बना डिजाइन दिखाई दे रहा है. हमने सांवलिया सेठ मंदिर के कुछ वीडियो देखे , जिनमें दिखाई दे रहे दानपात्र में भी वही डिजाइन है जो वायरल वीडियो में देखा जा सकता है. इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो सांवलिया सेठ मंदिर का ही है.

इसके बाद हमने श्री सांवलिया सेठ मंदिर के सीईओ प्रह्लाद सोनी से बात की. उन्होंने 'आजतक' से इस बात की पुष्टि की कि वायरल वीडियो मंडफिया, चित्तौरगढ़ में मौजूद श्री सांवलिया जी प्राकट्य स्थल मंदिर का है. उन्होंने मंदिर में दान की गई राशि का खुलासा तो नहीं किया, लेकिन 10 लाख रुपये दिये जाने की बात को गलत बताया.
साफ है, राजस्थान के एक मंदिर में किये गए दान के पुराने वीडियो को अयोध्या के राम मंदिर से जोड़कर पेश किया जा रहा है.