Agenda AajTak 2024: एजेंडा आजतक के मंच पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडियन एजुकेशन सिस्टम, इसकी चुनौतियों और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी पर बात की. उन्होंने कहा, "हमारा मकसद है कि भारत में ग्लोबल स्टैंडर्ड का एजुकेशन आए और भारत की उपलब्धियां ग्लोबल लेवल पर जाए. विदेश की यूनिवर्सिटीज भारत आएंगी और भारत की यूनिवर्सिटीज बाहर जाएंगी."
उन्होंने आगे कहा कि आज अफ्रीकन देशों के लिए IIT महाराष्ट्र कैंपस खोला गया है, IIT दिल्ली का कैंपस अबू धाबी में खोला गया है. विश्व की डेवलप्ड देशों में भी बात हो रही है. अमेरिका में भी खोलने की चर्चा हो रही है. IIM भी खुल रहा है.
'प्रोड्यूसिंग इकोनॉमी के लिए बढ़ाना होगा रिसर्च लेवल...'
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, "पहली बार भारत के 10 से 12 लाख विद्यार्थी ओवरसीज कैंपस में पढ़ते हैं. हमें अगर एक प्रोड्यूसिंग इकोनॉमी बनना है, तो हमें हमारे रिसर्च लेवल को और बड़ा करना पड़ेगा. इसके लिए हमें अच्छे कैंपसेज को भारत में लाना पड़ेगा, ग्लोबल कोलेबरेशन बढ़ाना पड़ेगा."
उन्होंने आगे कहा कि भारत में तीन फॉरेन यूनिवर्सिटी के कैंपस खुल चुके हैं. हरियाणा के गुरुग्राम में यूके के साउथेम्पटन के कैंपस खुले हैं. इससे भारत के विद्यार्थियों को कम खर्चे में ग्लोबल लेवल का एजुकेशन मिलेगा.
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'JEE के लिए भी होगा CUET'
देश की परीक्षा प्रणाली और पिछले दिनों हुए छात्र आंदोलन के सवाल पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "युवाओं की आकांक्षाओं को रास्ता देना हमारा दायित्व है. शिक्षा विभाग के पास पढ़ाई का दायित्व है. CBSE आज क्लास 10 और 12 में दो बोर्ड एग्जाम करवा रहा है."
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, "NEP ने कहा है कि इसको एक बार के बजाय दो बार का विकल्प दिया जाए. आज हमारे देश में इंटरमीडिएट के बाद इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ और एग्रीकल्चरल शिक्षा के लिए प्राइमरी एंट्रेंस एग्जाम होता है. इसमें 60 लाख के करीब स्टूडेंट्स उसमें बैठते हैं. उसके लिए NEP ने कहा CUET होगा. हम मेडिकल और JEE मेन को भी इसी पैटर्न पर करवाएंगे."