आजकल हर कोई काम का मारा है और अपनी नींद पूरी नहीं कर पाता. अगर आपकी भी कुछ ऐसी ही शिकायत है, तो 'सोना स्पा' आइए. अरे, यह कोई असल स्पा नहीं बल्कि नसीरुद्दीन शाह की अगली फिल्म 'सोना स्पा' का थीम है, जिसमें लोग आपकी जगह सोते हैं और आपकी नींद पूरी कर आपको सुकून देते हैं.
यह कहानी एक नाटक से ली गई है जिसके लेखक और निर्देशक मकरंद देशपांडे हैं. फिल्म आधुनिक जीवन के इस फंडे से प्रेरित है कि यहां सब कुछ बिकता है. देशपांडे कहते हैं, 'अगर कोई फ्रेश महसूस नहीं करता है और नींद लेना चाहता है तो उसे सोना स्पा कॉल करने की जरूरत है. कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, स्लीप वर्कर आपके आधार पर सोएगा. लेकिन जब स्लीप वर्कर आपकी नींद लेते हैं तो वह आपके ख्वाब भी देखते हैं, यहीं से ड्रामा फिल्म थ्रिलर में तब्दील हो सकती है. फिल्म में नसीरूद्दीन बाबा दयानंद के किरदार में हैं.'
मकरंद नसीर के साथ काम करने के अनुभव पर कहते हैं, 'उनके साथ काम करना जश्न जैसा था और कोई प्रेशर नहीं था. वे पिछले 15 साल से मेरे नाटक देखते आए हैं. उन्होंने इन नाटकों की रिहर्सल भी देखी है. लेकिन मैंने उनके सात कोई नाटक नहीं किया. लेकिन मैंने जब उनसे मूवी के लिए कहा तो वे एकदम से राजी हो गए.' फिल्म 22 मार्च को रिलीज हो रही है, देखें किराए की नींद किया रंग लाती है.