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..कहां से आया गुलजार का ‘इब्ने बतूता’

शुक्रवार को रिलीज होने वाली निर्देशक अभिषेक चौबे की फिल्म ‘इश्किया’ का गाना ‘इब्ने बतूता, बगल में जूता’ सभी की जुबां पर चढ़ चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गीतकार गुलजार के इन शब्दों के क्या मायने हैं और ये कहां से आये हैं.

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शुक्रवार को रिलीज होने वाली निर्देशक अभिषेक चौबे की फिल्म ‘इश्किया’ का गाना ‘इब्ने बतूता, बगल में जूता’ सभी की जुबां पर चढ़ चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गीतकार गुलजार के इन शब्दों के क्या मायने हैं और ये कहां से आये हैं.

विशाल भारद्वाज और गीतकार गुलजार की जोड़ी फिल्म ‘कमीने’ और ‘ओमकारा’ से दर्शकों को बेहतरीन गाने दे चुकी है और अब यह जोड़ी इस फिल्म से दर्शकों को लुभाने को तैयार है.

गुलजार का ‘इब्ने बतूता’ इतना लोकप्रिय हो गया है कि तुकबंदी के इस गाने के मतलब को समझने के लिये गूगल पर 586,000 सर्च किये जा चुके हैं. इस गाने को सुखविंदर सिंह और मिका सिंह ने गाया है.

‘दिले से’ में ‘छैंया छैंया’, कमीने में ‘ढन टैणंन’ और ‘ओम शांति ओम’ में ‘दर्द ए डिस्को’ जैसे हिट गाने गा चुके सुखविंदर ने कहा कि इब्ने बतूता कौन हैं, मुझे नहीं पता था. गुलजार साहब ने गाने से पहले मुझे बताया था कि वह कौन हैं. उन्होंने कहा कि वह एक विद्वान और यात्री था, जिसने काफी वर्षों तक दुनिया की यात्रा की. तभी मुझे इसके बारे में पता चला. लेकिन गुलजार साहब ने ऐसे शब्द लिखे, जो सभी की जुबां पर चढ़ चुके हैं क्योंकि इसके अलफाज बहुत खूबसूरत हैं. इब्ने बतूता का पूरा नाम ‘अबु अब्दुल्ला मोहम्मद इब्न अब्दुल्ला अल लवाती अल तांजी इब्ने बतूता’ है, जो अपने यात्रा करने के फितूर के लिये मशहूर हैं. 14वीं शताब्दी में जन्मे मोराक्को के इस इस्लामी विद्वान ने 30 साल तक विभिन्न देशों की यात्रा की.

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