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मनोरंजन

वो मौके जब भारतीयों को पछाड़ PAK आर्टिस्ट ने जीता फिल्मफेयर

वो मौके जब भारतीयों को पछाड़ PAK आर्टिस्ट ने जीता फिल्मफेयर
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वैसे तो पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनों देशों के रिश्ते हमेशा ही गर्म रहते हैं. लेकिन जब क्रिकेट का मैदान और दूसरा बॉलीवुड, इन दो जगहों पर ये देश साथ भी आते हैं और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन भी करते हैं. बॉलीवुड ने न जाने कितने पाकिस्तानी सितारों की किस्मत चमकाई है. अब क्योंकि बॉलीवुड ने कई पाकिस्तानी कलाकारों को अपना टैलेंट दिखाने का मौका दिया है, इसलिए बॉलीवुड का उन से टक्कर मिलना भी लाजिमी है. यही कारण है भारतीय सिनेमा के इतिहास में ऐसे भी मौके आए हैं जब पाकिस्तानी सिंगर या एक्टर ने फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते हैं.
वो मौके जब भारतीयों को पछाड़ PAK आर्टिस्ट ने जीता फिल्मफेयर
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नाजिया हसन

कुर्बानी फिल्म का सदबहार गाना ' आप जैसा कोई' सभी के जेहन में ताजा है. लेकिन क्या आप जानते हैं इस गाने को आवाज पाकिस्तान की महान सिंगर नाजिया हसन ने दी थी. उन्हें इस गाने के लिए बेस्ट सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था.

आपको जानकर हैरानी होगी कि नाजिया ने जब इस गाने का ऑडिशन दिया था तब वो मात्र 14 साल की थीं. उस समय के इस उभरते हुए टैलेंट को पहचाना था फिरोज खान ने जिन्होंने नाजिया को लंदन में देखा था. फिरोज के कहने पर ही नाजिया ने ऑडिशन दिया. बता दें, सबसे कम उम्र में फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने का कीर्तिमान नाजिया हसन ने ही रचा है.
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सलमा अगाह

वैसे तो नाजिया हसन एक और फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने की दहलीज पर खड़ी थी लेकिन उन्हें 1982 में टक्कर दी एक और पाकिस्तानी कलाकार ने जिन्होंने उस साल बेस्ट सिंगिग में ही फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया. हम बात कर रहे हैं सलमा अगाह की, जिन्होंने फिल्म 'निकाह' के लिए गाना गाया था ' दिल के अरमान'.

वो गाना इतना पॉपुलर हो गया कि सलमा अगाह को फिल्मफेयर अवॉर्ड की ट्रॉफी मिल गई. सिर्फ यही नहीं, सलमा अगाह ने उस फिल्म में अभिनय भी किया था. उनकी एक्टिंग इतनी लाजवाब थी कि वो बेस्ट एक्ट्रेस के लिए भी नॉमिनेट हो गई थी. लेकिन अफसोस वो बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाईं. उस साल बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड पद्मिनी कोल्हापुरी ने अपने नाम किया था. उन्हें वो अवॉर्ड फिल्म प्रेम रोग के लिए मिला था.
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राहत फतेह अली खान

पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान की कव्वाली कौन पसंद नहीं करता. उनकी मधुर आवाज का तो बच्चा क्या बूढ़ा हर कोई दीवाना है. अब इतने बड़े सिंगर को फिल्मफेयर अवॉर्ड ना मिले ये तो हो ही नहीं सकता.  साल 2011 में राहत फतेह अली खान ने फिल्म इश्किया के लिए गाना गाया ' दिल तो बच्चा है जी'. वो गाना दर्शकों को इतना पसंद आया कि राहत फतेह अली खान को फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया.

लेकिन इस पाकिस्तानी सिंगर का संघर्ष कम नहीं था. इससे पहले साल 2010 में भी उनका गाना फिल्मफेयर के लिए नॉमिनेट हुआ था. लेकिन तब वो सफलता का स्वाद नहीं चख पाए.
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फवाद खान

एक्टर फवाद खान ने भी बॉलीवुड में जोरदार एंट्री मारी थी. उन्होंने साल 2014 में फिल्म 'खूबसूरत' के साथ अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था. उस फिल्म में सोनम कपूर उनके अपोजिट कास्ट की गई थीं. फिल्म में दोनों की कमाल की केमिस्ट्री ने बड़े पर्दे पर खूब रंग जमाया था. उस फिल्म के लिए फवाद को साल 2015 में बेस्ट डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया था.


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जेबा बख्तियार

जेबा बख्तियार उन पाकिस्तानी कलाकारों में शुमार हैं जिन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड की नॉमिनेशन में तो जगह मिली लेकिन वो कभी भी वो ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाईं. लेकिन आज भी फिल्म 'हिना' में उनकी अदाकारी की काफी तारीफ की जाती है. बता दें, 'हिना' फिल्म कई मायनों में खास थी.

हिना फिल्म को बनाना शुरू जरूर राज कपूर ने किया था लेकिन वो इस प्रोजेक्ट को पूरा नहीं कर पाए थे. राज कपूर का निधन हो चला था. राज कपूर के निधन के बाद उनके बेटे रणधीर कपूर ने उस फिल्म को पूरा किया. फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.
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