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Adolescence Review: 13 साल के बच्चे ने कत्ल किया या नहीं? शानदार है क्राइम ड्रामा Adolescence

'एडोलेसेंस'(Adolescence) एक नेटफ्लिक्स मिनी-सीरीज है, जो 2025 में रिलीज हुई. यह चार एपिसोड का क्राइम ड्रामा है, जिसे स्टीफन ग्राहम और जैक थॉर्न ने बनाया है और फिलिप बरांतिनी ने डायरेक्ट किया है. यह सीरीज 13 साल के जेमी मिलर (ओवेन कूपर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिस पर अपनी स्कूल की एक लड़की की हत्या का आरोप लगा है.

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'एडोलसेंस' वेब सीरीज
'एडोलसेंस' वेब सीरीज

'एडोलेसेंस'(Adolescence) एक नेटफ्लिक्स मिनी-सीरीज है, जो 2025 में रिलीज हुई. यह चार एपिसोड की क्राइम ड्रामा सीरीज है, जिसे स्टीफन ग्राहम और जैक थॉर्न ने बनाया है और फिलिप बरांतिनी ने डायरेक्ट किया है. इसकी सबसे खास बात यह है कि हर एपिसोड को एक सिंगल, कंटीन्यूअस टेक में फिल्माया गया है, जो इसे तकनीकी और भावनात्मक रूप से बेहद प्रभावशाली बनाता है. आज, 19 मार्च 2025 तक, इसे दर्शकों और समीक्षकों से जबरदस्त तारीफ मिल रही है.

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'एडोलेसेंस' की कहानी क्या है?

यह सीरीज 13 साल के जेमी मिलर (ओवेन कूपर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिस पर अपनी स्कूल की एक लड़की की हत्या का आरोप लगता है. कहानी शुरू होती है पुलिस के छापे से, जब जेमी को उसके माता-पिता एडी (स्टीफन ग्राहम) और मांडा (क्रिस्टीन ट्रेमार्को) के सामने गिरफ्तार किया जाता है. चारों एपिसोड अलग-अलग नजरिए से इस घटना के बाद की जिंदगी को दिखाते हैं. पुलिस स्टेशन में शुरुआती पूछताछ, स्कूल में जांच, जेमी का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन, और आखिर में परिवार का टूटना और संघर्ष. यह सिर्फ एक क्राइम ड्रामा नहीं है, बल्कि आज के टीनएजर की जटिल दुनिया - सोशल मीडिया, bullying, और जहरीली मर्दानगी पर गहरी नजर डालती है.

हर किरदार ने अपना बेस्ट दिया है

ओवेन कूपर (जेमी मिलर): 15 साल के इस नए अभिनेता ने अपने पहले प्रोजेक्ट में ही कमाल कर दिखाया. उसकी मासूमियत और डर को पर्दे पर लाने का तरीका दिल को छू लेता है. हर सिंगल टेक में उसका 50-60 मिनट तक बिना रुके एक्टिंग देखते बनता है. तो वहीं, सीरीज में स्टीफन ग्राहम (एडी मिलर) ने एक पिता के तौर पर उनकी भावनात्मक गहराई और गुस्सा आपको रुला देगा. उनका किरदार हर माता-पिता के सबसे बुरे सपने को जीता है. शो के अन्य कलाकार: एश्ले वाल्टर्स (डिटेक्टिव बास्कॉम), फाये मार्से (डीएस फ्रैंक), और एरिन डोहर्टी (मनोवैज्ञानिक) ने भी शानदार काम किया है. हर किरदार कहानी में कुछ नया जोड़ता है.

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वन-टेक फॉर्मेट इसकी सबसे बड़ी खासियत है

वन-टेक फॉर्मेट इस सीरीज का सबसे बड़ा आकर्षण है. हर एपिसोड रियल टाइम में चलता है, जिससे आपको ऐसा लगता है कि आप घटनाओं के बीच में हैं. कैमरा वर्क (मैथ्यू लुईस) इतना सहज है कि यह कहानी का हिस्सा बन जाता है, न कि सिर्फ एक gimmick. पहले एपिसोड में पुलिस स्टेशन की भागदौड़ से लेकर तीसरे एपिसोड में जेमी और मनोवैज्ञानिक के बीच तनावपूर्ण बातचीत तक, हर सीन में गजब की एनर्जी है.

थीम्स और मैसेज

'एडोलेसेंस' सिर्फ एक मर्डर मिस्ट्री नहीं है. यह आज के किशोरों पर डिजिटल दुनिया का असर मिसोजिनिस्टिक प्रभाव, बदमाशी, और सामाजिक अपेक्षाओं को उजागर करती है. यह सवाल उठाती है कि हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं और समाज उन्हें कैसे नाकाम कर रहा है. यह एक कठिन अनुभव है, जो आपको सोचने पर मजबूर करती है.

अंतिम एपिसोड पिछले की अपेक्षा थोड़ा कमजोर है

कुछ लोगों को इसका धीमा पेस और भारी माहौल परेशान कर सकता है. यह हल्की-फुल्की मनोरंजन वाली सीरीज नहीं है. मर्डर विक्टिम और उसके परिवार पर ज्यादा फोकस नहीं है, जो कहानी को थोड़ा एकतरफा बना देता है. अंतिम एपिसोड पिछले तीन की तुलना में थोड़ा कमजोर लग सकता है, क्योंकि यह कोई आसान जवाब नहीं देता.

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