डायरेक्टर आदित्य धर की फिल्म धुरंधर इन दिनों हर जगह छाई हुई है. हर कोई इस फिल्म के बारे में बात कर रहा है. फिल्म इंडस्ट्री से जुडे लोग भी धुरंधर को अच्छी फिल्म बता रहे है. इसी कड़ी में दिग्गज फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा धुरंधर फिल्म की जमकर तारीफ की और इंडस्ट्री पर कटाक्ष भी किया.
राम गोपाल वर्मा का कहना है कि 'धुरंधर' की सफलता देखकर बॉलीवुड के बाकी फिल्ममेकर्स को अब डर लग रहा है. कई लोग इस नजरअंदाज करना चाहते हैं.
राम गोपाल वर्मा ने क्या लिखा?
राम गोपाल वर्मा ने लिखा, 'जब भी 'धुरंधर' जैसी कोई जबरदस्त और बहुत बड़ी हिट फिल्म आती है, तो इंडस्ट्री के लोग उसे नजरअंदाज करना चाहेंगे क्योंकि उन्हें लगेगा कि वे इसके स्टैंडर्ड से मुकाबला नहीं कर पाएंगे, इसलिए उन्हें इससे खतरा महसूस होगा. वे इसे एक बुरे सपने की तरह समझेंगे, जो उनकी अपनी फिल्मों में जागने पर गायब हो जाएगा. यह बात उन सभी तथाकथित 'पैन इंडिया' बड़ी फिल्मों पर और भी ज्यादा लागू होती है जो अभी प्रोडक्शन के अलग-अलग स्टेज में हैं. वे सभी धुरंधर से पहले बनी फिल्मों के आधार पर लिखी और बनाई गई थीं, जो ठीक उसके उलट है जो उन्हें लगता था कि काम करेगा. इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि धुरंधर एक बहुत बड़ी हिट होने के साथ-साथ पिछले 50 सालों में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली फिल्म भी है.'
फिल्ममेकर ने आगे लिखा, 'हम सभी ने ऐसी घटना का अनुभव किया है कि हम किसी के घर जाते हैं और हमें एक बड़ा, डरावना दिखने वाला कुत्ता दिखता है जो हमें घूरता रहता है. मालिक के यह भरोसा दिलाने के बावजूद कि वह नुकसान नहीं पहुंचाएगा और हमें उसे नजरअंदाज़ करने की सलाह देने के बावजूद, तनाव बना रहता है और बढ़ता रहता है और हम अपनी आंखों के कोने से उसे देखने से खुद को रोक नहीं पाते. धुरंधर उस खूंखार कुत्ते की तरह होगा जो हर प्रोडक्शन ऑफिस में अदृश्य रूप से घूमता रहेगा जहां आने वाली बड़ी फिल्में बन रही हैं.'
कुछ लोगों के लिए ये डरावना- राम गोपाल वर्मा
'वे कुत्ते का नाम लेने से भी बचने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन वह उनके सभी दिमागों में घूमता रहेगा. इस हद तक धुरंधर असल में उन सभी मेकर्स के लिए एक हॉरर फिल्म की तरह होगा, जो VFX से भरी, महंगे सेट, आइटम सॉन्ग और हीरो पूजा वाले पुराने टेम्पलेट में विश्वास करते थे. और अब धुरंधर में स्टार की जगह फिल्म की पूजा की जा रही है. जिससे वे अपनी बनाई मसाला फिल्मों की जेल में सूली पर चढ़ रहे होंगे. लेकिन वे कितना भी चाहें, कुत्ता दूर नहीं जाएगा. यह तब तक यहीं रहेगा जब तक उनकी अगली फिल्म रिलीज़ नहीं हो जाती.'
अंत में राम गोपाल वर्मा ने लिखा, 'सबसे बढ़कर आदित्य धर इंडस्ट्री के लोगों को धुरंधर जैसी खूबसूरत फिल्म की तुलना में अपनी फिल्मों को आईने में देखने पर मजबूर कर रहा है.'