साल को वो त्योहार जहां दिन में उड़ती हैं पतंगें, खाने में बनती है खिचड़ी और दही चूरा. हां, हम मकर संक्रांति की बात कर रहे हैं. यह त्योहार हिंदू धर्म में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्योहार भगवान सूर्य को समर्पित होता है. इसमें नई फसलों की भी पूजा होती है. आम लोग इस दिन कपड़े, गुड़ और सफेद तिल का दान करते हैं. पतंग उड़ाते हैं और शौक से घर पर खाते पीते हैं. इस बार यह त्योहार 14 जनवरी के दिन मनाया जाने वाला है.
सिनेमा में अक्सर ही त्योहारों को धूमधाम से मनाने का कल्चर दिखाया गया है. मकर संक्रांति के अवसर पर हम आपके सामने उन फिल्मों का जिक्र करने जा रहे हैं, जहां सलमान खान से लेकर शाहरुख खान, सुशांत, आमिर ने पतंगें उड़ाईं. परिवार संग त्योहार का जश्न मनाया और अपने फैन्स का दिल खुश कर दिया.
सबसे पहली फिल्म है सलमान खान की, 'हम दिल दे चुके सनम'. फिल्म का आइकॉनिक सॉन्ग 'ढील दे ढील दे दे रे भइया' सभी के बीच खूब मशहूर हुआ. दो परिवार के बीच जिस तरह से इस सॉन्ग में पतंगबाजी देखने को मिली, वह अद्भुत थी. आखिर में वो 'काइपोचे' वर्ड, ये आजतक कोई नहीं भूल पाया है.
चेतन भगत की नॉवेल पर आधारित फिल्म 'काइ पो चे' तीन दोस्तों की कहानी है. पतंगबाजी में आखिर जीतते कैसे है, यह इस फिल्म के एक सीन से आपको सीखने को मिल सकता है. फिल्म में गाना 'मांझा', आपको लाइफ की परेशानियों को खत्म करते हुए, एक उम्मीद की किरण दिखाता है. इसमें सुशांत सिंह राजपूत, अमित साध और राजकुमार राव लीड रोल में नजर आए थे. तीनों की दोस्ती की मिसालें इस पिक्चर को देखकर कई बारी दी गई है.
आमिर खान की वो फिल्म याद है 'Earth 1947', जिसमें एक्टर नंदिता दास संग पतंग उड़ाते हुए रोमांस करते देखे गए थे. इस फिल्म का गाना 'रुत आ गई रे' बैकग्राउंड में चला था. लव और रोमांस पर आधारित इस गाने में आमिर ने काफी अच्छी पतंगबाजी की थी.
शाहरुख खान और माहिरा खान ने फिल्म 'रईस' में सॉन्ग 'उड़ी उड़ी जाए' खूब एन्जॉय किया था. दोनों की प्रेम कहानी जो इसमें दिखाई गई थी, काफी सेलिब्रेटिंग लगी थी. किंग कान की आंखों में काजल, उफ्फ... उसपर तो फिल्म में माहिर फिदा हो गई थीं.
तापसी पन्नू की फिल्म 'रश्मि रॉकेट' में मकर संक्रांति का त्योहार कितनी जोरो- शोरों से मनाया जाता है, यह दिखाया गया था. गुजरात और राजस्थान के कल्चर में यह त्योहार काफी अहम होता है. फिल्म में छोटी 'रश्मि' कितनी तेजी से पतंग को पकड़ने के लिए दौड़ती हैं, यह देखना अद्भुत था.