भोजपुरी सितारे बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो चुके हैं. चुनावी मैदान में उतरने से पहले ये सितारे एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे हैं. या यूं कहें कि भोजपुरी के दिग्गजों की दोस्ती पर राजनीति भारी पड़ रही है. आइए जानते हैं कि चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी लाल यादव, रवि किशन, निरहुआ, पवन सिंह और रितेश पांडे एक-दूसरे के लिए क्या बोल गए.
खेसारी-रवि किशन में जुबानी जंग
खेसारी लाल यादव आरजेडी के टिकट पर छपरा विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं. वहीं रवि किशन बतौर बीजेपी स्टार प्रचारक विधानसभा चुनाव में एक्टिव हैं. पिछले हफ्ते उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने खेसारी लाल को नाचने वाला करार दिया था. इसके बाद दोनों पक्षों में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया. खेसारी ने इशारों-इशारों में सम्राट चौधरी की बातों का जवाब देते हुए कहा कि उनकी पार्टी (बीजेपी) में तो चार-चार नचनिया हैं. खेसारी का ये तंज रवि किशन, निरहुआ और पवन के लिए था.
इसके बाद रवि किशन ने खेसारी को लेकर कहा कि हम सदन क्या चले गए, इन लोगों ने भोजपुरी को बेच दिया. इन लोगों से पूछा जाना चाहिए कि भोजपुरी इंडस्ट्री क्यों बंद हो गई. जिस छपरा में मेरी फिल्में सिल्वर जुबली चलती थीं. आज वहां एक दर्शक नहीं है.
खेसारी ने एक इंटरव्यू में ये भी कहा कि मनोज तिवारी, निरहुआ, पवन सिंह और रवि किशन ने मेरे लिए रास्ता बनाया. मगर जब ये राजनीति में आए, तो इन्होंने भोजपुरी सिनेमा के लिए कुछ नहीं किया. वहीं निरहुआ ने सलमान खान की फिल्म का डायलॉग बोलते हुए पलटवार किया. उन्होंंने कहा कि बाप को मत सिखाइए कि बेटा कैसे पैदा किया जाता है.
पवन सिंह-अक्षरा से लिया पंगा
चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी लाल यादव, पवन सिंह से पंगा लेने से नहीं चूके. उन्होंने पवन सिंह की शादीशुदा जिंदगी पर कई सारे कमेंट किए और ज्योति सिंह के सपोर्ट में खड़े दिखाई दिए. खेसारी, पवन सिंह की पर्सनल जिंदगी में चल रहे विवादों पर मजा लेते दिखे. वहीं पवन सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि जो लोग मेरे मुद्दे पर मजा ले रहे हैं. बता दूं कि घर की बातें कमरे में होती हैं, कैमरे पर नहीं.
अक्षरा सिंह ने भले ही अब तक राजनीति में एंट्री नहीं ली, लेकिन वो बिहार चुनाव पर खुलकर अपनी बात रख रही हैं. उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि वो इलेक्शन में खेसारी को सपोर्ट नहीं करेंगी, क्योंकि वो खुले मंच पर उनके बारे में बुरा-भला कहते रहते हैं. अक्षरा के बाद ज्योति सिंह ने भी पवन सिंह को नचानिया कहने पर खेसारी का विरोध किया.
राजनीति पर बिखरे रिश्ते
विडबंना ये है कि कल तक जो खेसारी लाल यादव, रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ और पवन सिंह को अपना भाई बताते थे. वो आज उनके खिलाफ बयान दे रहे हैं. रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ और पवन सिंह ने भी पलटवार करने में कसर नहीं छोड़ी. या यूं कहें कि इनके भाईचारे में दरार आ चुकी है. वहीं काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं ज्योति सिंह अपनी शादीशुदा जिंदगी की धज्जियां उड़ा चुकी हैं.
राजनीति के लिए सितारों के बीच जो जुबानी जंग शुरू हुई है, वो कहां जाकर थमेगी ये वक्त बताएगा. देखना ये भी होगा कि इस इलेक्शन इनमें से कौन सा भोजपुरी सितारा जनता का दिल जीतेगा.