कुंदरकी से सपा उम्मीदवार हाजी रिजवान और उनके बेटे सहित 15 से 20 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ सरकारी में बाधा डालने, सड़क जाम करने, सब-इंस्पेक्टर से गाली-गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने सहित सरकार को बदनाम करने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है. मुंडापांडे थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने FIR दर्ज कराई है. सपा उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ किसी को छुड़ाने थाने गए थे, जब उनकी वहां पर पुलिसकर्मियों से बहस हुई.
एफआईआर के मुताबिक सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और थाने के बाहर खड़े होकर गालियां दीं. पुलिस विभाग को बदनाम करने के इरादे से एक पक्षिय वीडियो बनाकर राजनितिक लाभ उठाने के उद्देश्य से उसे इंटरनेट पर वायरल किया, जिससे पुलिस की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची. एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया मुरादाबाद के थाना मुंडापांडे में सिलेक्टेड वीडियो वायरल कर पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है.
उन्होंने कहा कि मामले में जांच चल रही है. अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है और एविडेंस को कलेक्ट किया जा रहा है. इस मामले में सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने बताया कि कोई मुकदमा दर्ज हुआ है, ये उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा, 'हम वहां अन्य के खिलाफ आवाज उठाने पहुंचे थे और जैसा कि बताया गया है कि मुकदमा हुआ है. लेकिन मौके पर मेरा बेटा था ही नहीं.' हाजी रिजवान इससे पहले तीन बार (2002, 2012 और 2017) सपा से विधायक रह चुके हैं.
हालांकि, 2022 के चुनाव में हाजी रिजवान ने पार्टी से बगावत कर बसपा से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव में घर वापसी कर ली थी. संभल से लोकसभा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क कुंदरकी से रिकॉर्ड मतों से जीते थे. लिहाजा पार्टी नेतृत्व ने हाजी रिजवान पर फिर भरोसा जताया है. कुंदरकी से 2022 में जीते जियाउर्रहमान के संभल से सांसद बनने के बाद यह सीट रिक्त हुई थी, जिस कारण यहां उपचुनाव हो रहा है.