Bypolls By-election 2024 Live Updates: देश के 10 राज्यों में आज उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है. इसमें केरल के वायनाड की लोकसभा सीट के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों की 31 विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें से कुछ सीटें विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हो गई थीं तो वहीं कुछ सीटों पर विधायकों की मौत हो गई थी. आज हो रहे उपचुनाव में वायनाड का चुनाव काफी अहम है, जहां से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार चुनावी मैदान में उतरी हैं. 32 सीटों पर हो रहे उपचुनाव को बीजेपी और कांग्रेस के लिए एक बड़ी अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है.
किस राज्य की कितनी सीटों पर उपचुनाव
राजस्थान की सात, पश्चिम बंगाल की छह, असम की पांच, बिहार की चार, कर्नाटक की तीन, मध्य प्रदेश की दो और छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल और मेघालय की एक-एक सीट पर आज उपचुनाव के तहत मतदान होगा. वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.
मध्य प्रदेश की दो विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 73.76 प्रतिशत मतदान हुआ है. विजयपुर में 75.27% तो बुधनी में 72.37 प्रतिशत वोटिंग हुई है.
पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है. इसी बीच चुनाव आयोग ने पांच बजे तक 69.29% मतदान हुआ है.
केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 62.37% वोटिंग हो चुकी है.
पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है. इसी बीच चुनाव आयोग ने तीन बजे तक हुए मतदान का आंकड़ा जारी किया है. सबसे ज्यादा मतदान हरोआ तो सबसे कम मतदान मदारीहाट में हुआ है.
राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर हो रही वोटिंग का प्रतिशत सामने आ चुका है. सबसे ज्यादा मतदान रामगढ़ की सीट पर दर्ज किया गया है, जबकि दौसा में सबसे कम मतदान हुआ है.
देवली उनियारा में 49.82
चौरासी में 55.28%
रामगढ़ में 60.74 %
खींवसर में 58.03 %
दौसा में 44.38 %
सलूंबर में 48.30%
झुंझुनूं में 49.47%
पश्चिम बंगाल उपचुनाव में दोपहर 11 बजे तक का वोटिंग परसेंटेज सामने आ गया है. राज्य के सिताई में 29%, मदारीहाट में 31.86%, नैहाटी में 25.17%, मिदनापुर में 30.25% और तालडांगरा में 32% मतदान हुआ है.
बिहार में रामगढ़, तरारी, इमामगंज और बेलागंज सीटों पर उपचुनाव हैं. कर्नाटक में जेडीएस नेता निखिल कुमारस्वामी चन्नपटना से चुनाव लड़ रहे हैं. यह सीट उनके पिता और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के लोकसभा में चुने जाने के बाद खाली हुई है. भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बेटे भरत बोम्मई को शिगगांव से मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार यासिर अहमद खान पठान से होगा.
मध्य प्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर भी मतदान होगा. श्योपुर जिले की विजयपुर सीट पर उपचुनाव कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के भाजपा में शामिल होने और मोहन यादव मंत्रिमंडल में मंत्री बनाए जाने के बाद जरूरी हो गया था. बुधनी सीट पर उपचुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकसभा के लिए चुने गए हैं और अब केंद्रीय कृषि मंत्री हैं.
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई विपक्षी सहयोगी को सीट न देने पर अड़े रहे और इसके बजाय पूरे प्रचार चरण के दौरान पार्टी उम्मीदवार जयंत बोरा को व्यक्तिगत रूप से आगे बढ़ाने के लिए वहां डेरा डाले रहे. गोगोई के दबाव का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दो जनसभाओं को संबोधित किया और भाजपा उम्मीदवार दिगंत घाटोवार के समर्थन में एक रोड शो किया.
राजस्थान की झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ में उपचुनाव हो रहा है. बता दें कि सलूंबर और रामगढ़ में मौजूदा विधायकों- अमृतलाल मीना (भाजपा) और जुबैर खान (कांग्रेस) के निधन के कारण उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने 2021 के विधानसभा चुनावों में 6 में से 5 सीटें जीती थीं. इसमें तालडांगरा, सीताई-एससी, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और मदारीहाट शामिल है. मदारीहाट सीट भाजपा के पास थी. असम में पांच सीटों धोलाई, बेहाली, सामगुरी, बोंगाईगांव और सिदली पर उपचुनाव है, जिसके लिए 34 उम्मीदवार मैदान में हैं. बेहाली सीट पर उम्मीदवार तय करने में INDIA ब्लॉक आम सहमति नहीं बना सका, क्योंकि कांग्रेस ने आखिरी समय में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया. यह सीट सीपीआई (एमएल) लिबरेशन को देने के गठबंधन के प्रस्ताव से कांग्रेस असहमत थी.
प्रियंका गांधी के लिए वायनाड इस बार बड़ी परीक्षा के तौर पर सामने है. इस सीट से एलडीएफ के सत्यन मोकेरी, एनडीए की नव्या हरिदास और 13 अन्य उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में प्रियंका के सामने पार्टी के गढ़ को बचाए रखने के अलावा पिछले दो चुनावों में भाई राहुल गांधी की जीत के बाद इस अंतर को बढ़ाने की भी चुनौती है. इस साल राहुल की जीत का अंतर 3.5 लाख वोटों से अधिक था, जबकि 2019 में यह 4.3 लाख वोटों से ज्यादा था.
सिक्किम की दो सीटों - सोरेंग-चाकुंग और नामची-सिंघीथांग के लिए भी मतदान होना था, लेकिन सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के उम्मीदवार आदित्य गोले और सतीश चंद्र राय को पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है, क्योंकि उनके प्रतिद्वंद्वी चुनाव से हट गए थे.