पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 21 जुलाई को कोलकाता में चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी में है. 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस शहीद दिवस कार्यक्रम करती रही है. 2026 विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के इस सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रम से ममता बनर्जी चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी कर चुकी है, लेकिन BJP ने रणनीतिक चाल के तहत इस बार ममता बनर्जी से पहले ही पश्चिम बंगाल में चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी कर ली और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुर्गापुर रैली रख दी गई.
रैली का नाम भी संकल्प परिवर्तन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो महीने के भीतर दूसरी बार पश्चिम बंगाल की सभा है. 29 मई को उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार में जनसभा करने के बाद आज प्रधानमंत्री मोदी दुर्गापुर में दो सभाएं करेंगे. पहली सरकारी सभा से लगभग पांच हजार करोड़ रुपया की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा. इसके बाद नेहरू स्टेडियम से जनसभा को संबोधित करेंगे.
रणनीति के तहत ही दुर्गापुर का चुनाव किया गया. दुर्गापुर बर्धवान, आसनसोल, बांकुड़ा, पुरुलिया और जंगल महल के झाड़ग्राम जैसे इलाकों को टार्गेट में रखकर भावी प्रधानमंत्री की इस रैली का आयोजन किया गया है.
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की स्थिति
2019 के लोकसभा चुनाव मैं इन इलाकों में BJP ने लगभग सभी सीटें जीत ली थी. 2021 के विधानसभा चुनाव में भी ज़्यादातर इलाक़े BJP की पकड़ में रहे. लेकिन 2024 आते आते हैं BJP की पकड़ इन इलाकों में थोड़ी कमज़ोर पड़ने लगी. दुर्गापुर बर्धवान लोकसभा सीट 2024 में BJP हार गई.
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस सभा का एक मकसद खोई हुई जमीन को वापस पाना भी है. प्रधानमंत्री यहां सरकारी कार्यक्रम में बांकुड़ा पुरुलिया आसनसोल दुर्गापुर को लक्ष्य में रखकर लगभग 5 हज़ार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर रहे हैं. BJP का मानना है कि प्रधानमंत्री और भारत सरकार के इस क़दम से इन इलाकों में BJP की पकड़ मज़बूत होगी और BJP के प्रति धारणा और प्रबल होगी. वही यहां पर जनसभा करने से BJP के कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार होगा जो 2026 विधानसभा चुनावों में BJP लिए बहुत आवश्यक है.
जंगल महल में पुरुलिया बांकुरा झाड़ग्राम और पश्चिम मिदनापुर ज़िले आते हैं जिनमें लगभग 40 विधानसभा सीटे हैं. इसके अलावा यहां से सटे बर्धमान ज़िले की लगभग 20 सीटें भी प्रधानमंत्री के इस दौरे का लक्ष्य हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्गापुर कि इस संकल्प परिवर्तन सभा से 2026 में परिवर्तन का आह्वान करेंगे.
हालांकि प्रधानमंत्री के दुर्गापुर दौरे में बंगाल Bjp के सभी बड़े नेता दिखेंगे लेकिन दिलीप घोष को नहीं मिला आमंत्रण. इससे पहले ख़बर आयी थी कि दिलीप घोष को प्रधानमंत्री की सभा के लिए आमंत्रित किया गया है. लेकिन अब दिलीप घोष ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के बुलावे पर उन्होंने कहा था कि वह शामिल होंगे लेकिन पार्टी नहीं चाहती कि वो सभा में रहें. शायद पार्टी को दुविधा हो.
आज दिल्ली जाने से पहले दिलीप घोष ने कहा कि “पार्टी कार्यकर्ताओं के बुलावे उन्होंने कहा था कि वह जायेंगे लेकिन पार्टी ने नहीं बुलाया. शायद पार्टी चाहती नहीं है कि मैं जाऊं. दुविधा हो. मैं आज पार्टी के विशेष काम से दिल्ली जा रहा हूं” पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने 2024 लोक सभा चुनाव के दौरान दुर्गापुर बर्धवान सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे.