केरल में स्टेट इलेक्शन कमीशन ने वोटर लिस्ट में SIR के तहत प्रपत्रों के डिजिटलीकरण का कार्य करीब पूरा कर लिया है. गुरुवार शाम तक कुल 2,78,48,827 प्रपत्र डिजिटल किए जा चुके हैं, जो कुल बांटे गए फॉर्म का 99.99 फीसदी है. वोटर लिस्ट को सुधारने के मकसद से एसआईआर प्रोसेस पूरे राज्य में चलाया गया है.
एसआईआर प्रक्रिया के जरिए अनुपस्थित, मृत और माइग्रेट हो चुके करीब 24,95,069 मतदाताओं के नाम लिस्ट से हटाए जाएंगे.
केरल के ग्यारह जिलों में यह काम शत-प्रतिशत पूरा हो चुका है जबकि बचे तीन जिलों में जल्द ही काम पूरा हो जाएगा.
25 लाख नामों की होगी छंटनी...
राज्य की वोटर लिस्ट को अपडेट करने के इस काम से बड़ा बदलाव आने वाला है. आंकड़ों के मुताबिक, करीब 24,95,069 ऐसे फॉर्म मिले हैं जिन्हें 'अनकलेक्टेबल' की श्रेणी में रखा गया है. इनमें वे लोग शामिल हैं, जो या तो मर चुके हैं, कहीं और शिफ्ट हो गए हैं या लंबे वक्त से अनुपस्थित हैं. इन सभी 25 लाख नामों को अब मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा. इससे आने वाले वक्त में एक साफ-सुथरी वोटर लिस्ट तैयार हो सकेगी, जो चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बढ़ाएगी.
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तीन जिलों में आज पूरा होगा काम
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उन जिलों को बधाई दी है जिन्होंने अपना काम शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है. फिलहाल अलाप्पुझा, त्रिशूर और कन्नूर को छोड़कर राज्य के अन्य सभी जिलों में डिजिटलीकरण का काम 100 फीसदी पूरा हो चुका है. डॉ. केलकर ने जानकारी दी है कि इन तीनों जिलों में भी बचा हुआ काम आज ही पूरा कर लिया जाएगा. निर्वाचन विभाग की यह सक्रियता चुनावी सुधारों की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिससे डेटा पूरी तरह सुरक्षित और डिजिटल हो जाएगा.
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