मोदी सरकार ने गोरखा और पूर्वोत्तर के राज्यों में रहने वाले अनुसूचित जनजाति के युवाओं को बड़ा तोहफा दिया है. इन युवाओं को केंद्रीय सशस्त्र बल में चयन के लिए निर्धारित कद में 5 सेमी की रियायत दी गई है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने शासनादेश की प्रति को ट्वीट करते हुए लिखा कि गृह मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. केंद्रीय सशस्त्र बल की नियुक्ति में गोरखा और पूर्वोत्तर राज्यों के अनुसूचित जनजाति के युवाओं के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म कर दिया गया. अब इसका फायदा हजारों युवाओं को मिलेगा.
Ministry of Home Affairs has taken a historic decision to remove discrimination in height norms for the STs of North-East India & Gorkhas for recruitment in Central Armed Forces. With this relaxation, large numbers of youths from North-East & Gorkhas will be recruited in CAPFs. pic.twitter.com/T0Ry8hSEpF
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) November 29, 2018
शासनादेश के अनुसार, अब गोरखा या पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले अनुसूचित जनजाति के युवाओं को केंद्रीय सशस्त्र बल में सब इंस्पेक्टर और सीआईएसफ में एएसआई बनने के लिए मानक कद क्रमश: 165 सेमी और 162.5 सेमी को अब 157 सेमी कर दिया गया है. वहीं, कांस्टेबल के लिए मानक कद 162.5 सेमी को भी 157 सेमी कर दिया गया है.