scorecardresearch
 

सूरज के मृत अवशेषों से आया फ्लोरीन!

आप जानते हैं, आपके टूथपेस्ट में पाया जाने वाला फ्लोरीन आज से अरबों वर्ष पहले सूर्य जैसे मृत्त सितारों से बना है. खगोलविदों ने इस बात की संभावना जताई है. निष्कर्ष के मुताबिक, फ्लोरीन की उत्पत्ति सूर्य जैसे सितारों से हुई है, लेकिन वे सितारे अंतिम समय में सूर्य से ज्यादा भारी थे.

Advertisement
X
Symbolic Image
Symbolic Image

आप जानते हैं, आपके टूथपेस्ट में पाया जाने वाला फ्लोरीन आज से अरबों वर्ष पहले सूर्य जैसे मृत्त सितारों से बना है. खगोलविदों ने इस बात की संभावना जताई है. निष्कर्ष के मुताबिक, फ्लोरीन की उत्पत्ति सूर्य जैसे सितारों से हुई है, लेकिन वे सितारे अंतिम समय में सूर्य से ज्यादा भारी थे.

सौर मंडल में मौजूद सूर्य और ग्रहों का गठन उन मृत सितारों के अवशेषों से हुआ है.

स्वीडन के लुंड विश्वविद्यालय में खगोलविज्ञान के व्याख्याता निल्स रीड ने कहा, 'इसका मतलब यह हुआ कि हमारे टूथपेस्ट में मौजूद फ्लोरीन का निर्माण सूर्य के अवशेषों से हुआ है.'

शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि सितारों के अंदर उच्च तापमान और दबाव पर विभिन्न प्रकार के रसायनों का निर्माण होता है. सितारों के जीवन के अंत में यानी उनके लाल दानव तारा में परिवर्तित होने के बाद फ्लोरीन बनता है.

इस वक्त फ्लोरीन सितारों के बाहरी सतह पर आ जाता है.

शोधकर्ता इस बात का अध्ययन करेंगे कि क्या फ्लोरीन ब्रहांड के शुरुआत में बने पहले लाल दानव तारे से तो नहीं बना है.

Advertisement
Advertisement