Psychological Tips to choose career: पढ़ाई पूरी करने के बाद जब बात करियर की आती है तो दिमाग में कई तरह के सवाल, डर, घबराहट और खुशी का मिश्रण होता है. जिदंगी के नए पड़ाव के लिए उत्सुकता होती है, खुद का पैसा कमाने की खुशी होती है. लेकिन सही पाथ चुनने में घबराहट भी होती है. ये डर होता है कि कहीं फ्यूचर में ये कदम गलत साबित न हो, बाद में कोई पछतावा न हो. ये कंफ्यूजन आम है, इससे परेशान होने की बजाए कुछ टिप्स पर ध्यान देने की जरूरत है. जिससे आपको अपने करियर का चुनाव करने में मदद मिलेगी. आइये जानते हैं, क्या हैं वो टिप्स.
खुद से पूछें: सबसे पहले जरूरी है कि आप खुद से सवाल करें कि आप किस तरह की जॉब करना चाहते हैं. क्या आप 24 घंटे सातों दिन वाले मोड में काम कर सकते हैं, क्या आप फील्ड वर्क करना चाहते हैं, या डेस्क वर्क करना चाहतें हैं. क्या आपको सरकारी नौकरी ही चाहिए या फिर आप बिजनेस में रुचि रखते हैं. ऐसे कई सवालों पर गौर करके जरूरी है कि हम पहले अपने आप से सवाल करें.
लिस्ट बनाएं: इसके बाद आप उन सभी वर्क टाइप की लिस्ट बनाएं, जो आप कर सकते हैं या करना चाहते हैं. इसमें कई तरह के काम हो सकते हैं, जैसे आप फील्ड वर्क के लिए भी तैयार हैं और मल्टीनेशन कंपनी के माहौल में भी काम कर सकते हैं. या आप केवल दिन के फिक्सड घंटों का में ही काम कर सकते हैं. इसमें अलग-अलग लोगों की अलग-अलग पसंद हो सकती है.
फायदों पर गौर करें: करियर अपनी मर्जी का होना चाहिए लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य पैसा कमाना ही है. इसलिए अब जरूरी है कि अपनी बनाई हुई लिस्ट में से उन ऑप्शन्स का चुनाव करें जिसमें आपको फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मिले. काम अगर मर्जी का हो तो आप उसे बेहतर तरीके से कर सकते हैं, इसके साथ ही अगर आपको सही पैसा मिले तो ये आपका मनोबल बढ़ाने में डबल कारगर साबित हो सकता है. हालांकि करियर की शुरुआत में पैसा पहली शर्त नहीं होनी चाहिए.
लॉन्ग टर्म गोल्स पर करें गौर: करियर का पाथ चुनने के लिए लॉन्ग टर्म गोल्स पर भी फोकस होना चाहिए. अपनी जॉब के जरिए आप खुद को कितना आगे बढ़ा पाएंगे या आप उस काम को कितना आगे ले जा पाएंगे. आपके लिए उसमें कितनी संभावनाएं हैं. जहां आप नौकरी करने की सोच रहे हैं वहां उसको आगे ले जाने की कितनी उम्मीद है या फिर इसके बाद क्या कर के आप इस पाथ में आगे बढ़ सकते हैं.