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प्रोफेसर योगेश सिंह होंगे दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति, राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है. वर्तमान में वे दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं.

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प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति होंगे
प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति होंगे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राष्ट्रपति कोविंद ने दो विश्वविद्यालयों के कुलपति नियुक्त किए
  • प्रो. योगेश ने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में कुरुक्षेत्र से की पीएचडी
  • नीलिमा होंगी डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की नई कुलपति

दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह (Professor Yogesh Singh) दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति होंगे. शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) का कुलपति नियुक्त किया गया है.

मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, 'राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जो केंद्रीय विश्वविद्यालयों के विजिटर हैं, ने दो कुलपतियों की नियुक्ति को मंजूरी दी है. योगेश सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति (Vice Chancellor) होंगे, जबकि नीलिमा गुप्ता को डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में पद पर नियुक्त किया गया है." गुप्ता वर्तमान में तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू), बिहार के कुलपति के रूप में कार्यरत हैं.' 

कई अहम पदों पर रहें प्रोफेसर योगेश

महामहिम विजिटर द्वारा प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है. वर्तमान में वे दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं.

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उससे पहले प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  के निदेशक (31 दिसंबर, 2014 से 24 जुलाई, 2017) और गुजरात के बड़ौदा स्थित महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के कुलपति (07 जुलाई, 2011 से 29 दिसंबर, 2014) भी रहे हैं. गुजरात सरकार ने उन्हें महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के कुलपति का दूसरा कार्यकाल भी दिया था, जिसे उन्होंने 29 दिसंबर, 2014 तक जारी रखा.

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प्रोफेसर योगेश ने एम.टेक (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) और पीएचडी (कंप्यूटर इंजीनियरिंग) राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र (हरियाणा) से की हुई है. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उन्होंने 23 पीएचडी का पर्यवेक्षण किया है. अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं और सम्मेलनों में 250 से अधिक प्रकाशन उनके नाम दर्ज हैं.

लेखक भी हैं प्रोफेसर .योगेश 
उन्होंने "सॉफ्टवेयर टेस्टिंग" पर एक पुस्तक लिखी जिसे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, इंग्लैंड द्वारा 2011 में प्रकाशित किया गया. वह न्यू एज इंटरनेशनल दिल्ली (2002) द्वारा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और पीएचआई लर्निंग, दिल्ली (2012) द्वारा ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग पर प्रकाशित पुस्तकों के सह-लेखक भी रहे हैं.

प्रोफेसर योगेश सिंह 3 अक्टूबर, 2019 से राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं. वह क्रमशः मई, 2013 और मार्च, 2015 से गुजरात स्टेट पेट्रो नेट लिमिटेड और गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (गुजरात सरकार के उपक्रमों) के एक स्वतंत्र निदेशक भी हैं.

प्रो. योगेश सिंह दिसंबर 2011 से मई 2014 तक केंद्रीय क्षेत्रीय समिति, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, भोपाल (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात राज्यों को कवर करने वाली) के अध्यक्ष रहे हैं. वह राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की जनरल काउंसिल के सदस्य और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य भी रहे हैं.

वह गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के डीन (2001-2006), परीक्षा नियंत्रक (2006-2011) और निदेशक, छात्र कल्याण के रूप में भी काम कर चुके हैं.

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