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फिर सवालों के घेरे में NTA, छात्रों ने JEE मेन्स प्रश्नपत्र में गिनाईं तमाम गलतियां, बोले- Tragedy of errors!

Students, experts flag nine glaring errors in JEE Main paper: जेईई परीक्षा के प्रश्न पत्र में गड़बड़ियां पाए जाने के बाद, परीक्षा में शामिल स्टूडेंट्स और कोचिंग संस्थान अब आपत्तियों पर NTA की आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं. वहीं पिछले साल नीट यूजी परीक्षा और सीयूईटी आंसर-की मामले के बाद एजेंसी की विश्वसनीयता पहले ही कम हो चुकी है.

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Factual Errors in JEE Mains Session-2 Exam
Factual Errors in JEE Mains Session-2 Exam

JEE Mains Session-1 Paper Factual Error: देशभर के छात्रों के लिए इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश पाने का सपना पूरा करने के लिए जेईई मेन परीक्षा सबसे महत्वपूर्ण और कठिन मानी जाती है. प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं, और इसकी कटऑफ इतनी हाई होती है कि इसमें सफलता पाना किसी भी छात्र के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. लेकिन, इस बार हुए जेईई मेन 2025 की परीक्षा में आई गड़बड़ी ने छात्रों के मन में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

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चाहे बात हो परीक्षा के स्तर की या फिर उत्तर कुंजी और प्रश्न पत्र की, छात्रों ने परीक्षा के आयोजन और संचालन को लेकर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि अप्रैल 2025 में आयोजित जेईई मेन के पेपर में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं. इस संबंध में छात्रों का कहना है कि इतनी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा में इतनी बड़ी गलतियां होना, यह दिखाता है कि एजेंसी द्वारा परीक्षा के संचालन में कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है.

कोटा के छात्रों ने उठाए विवादित प्रश्नों के मामले

हाल ही में, कोटा के छात्रों ने परीक्षा के उत्तर कुंजी और प्रश्न पत्र के जारी होने के बाद कम से कम नौ विवादित प्रश्नों को चिह्नित किया है. इन विवादों में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के पेपर में आई गलतियां शामिल हैं. देश के प्रमुख कोचिंग संस्थानों के विशेषज्ञों ने इन सवालों की समीक्षा की और छात्रों के आरोपों को सही ठहराया है.

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Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों और विशेषज्ञों ने जिन प्रश्नों को त्रुटिपूर्ण बताया है, उनमें से चार भौतिकी से, तीन रसायन विज्ञान से और दो गणित से संबंधित हैं. इन गलतियों को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह छोटी-मोटी अस्पष्टताएं नहीं, बल्कि पूरी तरह से तथ्यात्मक त्रुटियां हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

एक प्रमुख कोचिंग सेंटर के निदेशक ने कहा, “हमने साक्ष्य के साथ आपत्तियां प्रस्तुत की हैं और NTA से बोनस अंक देने या त्रुटिपूर्ण प्रश्नों को पूरी तरह से हटाने का आग्रह किया है. यह छात्रों के साथ अन्याय होगा अगर इस पर कोई कदम नहीं उठाया जाता.”

भौतिकी के एक विशेषज्ञ ने बताया कि एक प्रश्न में हाइड्रोजन जैसे आयनों पर पूछा गया सवाल पूरी तरह से गलत था. इस सवाल में NTA ने परमाणु संख्या को 2 मान लिया था, जबकि यह 3 होनी चाहिए. एक अन्य प्रश्न में 5mA के वास्तविक रीडिंग के बजाय 125mA को सही उत्तर के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. इसके अलावा, समतुल्य प्रतिरोध पर एक अन्य प्रश्न में कोई भी सही विकल्प नहीं दिया गया था. 

एक अन्य शिक्षक कामद प्रमोद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "यह अस्वीकार्य है कि राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में ऐसी बुनियादी गलतियां हो रही हैं. यह लाखों छात्रों के साथ अन्याय होगा अगर इन्हें ठीक नहीं किया जाता." उन्होंने यह भी कहा कि, "7 अप्रैल की सुबह की शिफ्ट में आधुनिक भौतिकी पर पूछा गया एक प्रश्न पूरी तरह से वैचारिक रूप से त्रुटिपूर्ण था. अगर NTA इसे ठीक नहीं करता है, तो यह लाखों छात्रों के साथ अन्याय है."

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं गड़बड़ी की तस्वीरें

इस बीच, सोशल मीडिया पर जेईई मेन के प्रश्न पत्र को लेकर छात्र लगातार पोस्ट कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि इतनी बड़ी परीक्षा में इतनी बड़ी भूल कैसे हो सकती है. छात्रों ने NTA से मांग की है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और बोनस अंक दिए जाएं या फिर त्रुटिपूर्ण प्रश्नों को हटाया जाए. अब सवाल यह उठता है कि क्या NTA इन गड़बड़ियों को स्वीकार करेगा और बोनस अंक देने या त्रुटिपूर्ण प्रश्नों को हटाने का कोई कदम उठाएगा? हालांकि, अभी तक इस मामले पर एनटीए की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

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