टी-20 विश्वकप 2022 में आज बुधवार को भारत और बांग्लादेश की टीमें आमने-सामने हैं. टीम इंडिया के 184 रनों के स्कोर के जवाब में बांग्लादेश मैदान पर है मगर बारिश ने खेल में खलल डाल दिया है. बारिश के बाद शुरू हुए मुकाबले में अब बांग्लादेश के सामने 151 रनों का लक्ष्य है. DLS नियम के तहत, बांग्लादेश को अब जीत के लिए 16 ओवर्स में 151 रन बनाने हैं.
क्या है DLS नियम?
क्रिकेट के शौकीन हैं तो डकवर्थ-लुईस नियम का नाम जरूर सुना होगा. लिमिटेड ओवर क्रिकेट में जब खेल बारिश के चलते बाधित होता है, तो डकवर्थ-लुईस नियम काम में लाया जाता है. इस नियम की मदद से बारिश के बाद बचे हुए समय में लक्ष्य का पीछा कर रही टीम को नया टार्गेट दिया जाता है. इसमें बचे हुए विकेट और बचे हुए ओवर दोनो को ध्यान में रखा जाता है. कम ओवर्स में नया टार्गेट कैसे तय किया जाता है, इसके पीछे एक जटिल मैथमेटिकल फॉर्मूला है.
कैसे शुरू हुआ DLS नियम?
डकवर्थ-लुईस-स्टर्न या DLS नियम एक फॉर्मूला है जिससे बारिश से बाधित हुए मैच में ओवर और टार्गेट घटाकर नया लक्ष्य तय किया जाता है. इंग्लैंड के स्टेटिक्स एक्सपर्ट फ्रैंक डकवर्थ और टोनी लुईस ने इसे तैयार किया था, जिनके नाम पर इसका पहली बार 1997 में उपयोग किया गया था. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई अकादमिक स्टीव स्टर्न ने 2015 विश्व कप से पहले इस फॉर्मूले को अपडेट किया और उनका नाम भी इसमें जुड़ गया.
कैसे करता है काम?
इस नियम के तहत विकेट्स और ओवर्स दोनो को रिसोर्स माना जाता है. इनिंग की शुरूआत में टीम के पास ये दोनो रिसोर्स 100% होते हैं. इस फॉर्मूले से यह तय किया जाता है कि बारिश के कारण बाधित हुए मैच में किसी समय टीम ने अपना कितना रिसोर्स खर्च कर लिया है. अब एक विकेट या एक ओवर को पर्सेंटेज में कैसे बदला जाए, इसके लिए लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के स्कोरिंग पैटर्न को भी पढ़ा जाता है.
बीते 4 वर्षों के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के स्कोरिंग पैटर्न को फॉर्मूले में इस्तेमाल किया जाता है. हर वर्ष 01 जुलाई को नया डाटा रिकार्ड में जोड़ा जाता है. इसका मतलब है कि हर वर्ष DLS नियम और उन्नत होता जाता है.
क्या है गणितीय फॉर्मूला?
इस नियम से यह देखा जाता है कि पहले खेलने वाली टीम ने इतने ही रिसोर्स (मैच के बारिश से बधित होने तक) में कितना स्कोर बनाया होता. इसका फॉर्मूला इस तरह है-
टीम 2 का नया लक्ष्य = टीम 1 का स्कोर x (टीम 2 के रिसोर्स/ टीम 1 के रिसोर्स)
अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में, रिसोर्स वैल्यू एक कम्प्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से तय की जाती है जोकि सार्वजनिक नहीं है.
स्टर्न ने किया था सुधार
यह लंबे समय तक महसूस किया गया कि DL मैथेड के तहत, बड़े टोटल का पीछा करने वाली टीमों को कम स्कोरिंग रेट पर खेलते हुए विकेट हाथ में रखने से फायदा मिल रहा था. स्टीव स्टर्न ने हाई स्कोरिंग एकदिवसीय और टी20 मैचों के स्कोरिंग पैटर्न को ध्यान में रखकर इसमें बदलाव किया और नया DLS नियम प्रभाव में आया.