Single Awareness Day: क्या आप सिंगल हैं? ऑफिस या आपके आस पड़ोस के लोग ये सवाल आपसे पूछते ही होंगे. जब लोग एक-दूसरे के बारे में जानते हैं तो ये एक आम सवाल है कि आप सिंगल हैं या लाइफ में कोई है. आजकल युवाओं से बात करें तो ऐसा लगता है कि सिंगल होना एक टैबू हो चुका है. यदि आप किसी से कहते हैं कि मैं सिंगल हूं तो अक्सर दोस्तों का जवाब होता कि अरे कोई मिल जाएगा.
वैलेंटाइन डे के अगले दिन मनाया जाता है सिंग्लस डे
वैलेंटाइन वीक कपल्स बड़ी धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं. प्रपोज-डे से लेकर वैलेंटाइन-डे तक का कपल्स को इंतजार रहता है. कोई किसी से अपने दिल की बात कहता है तो कोई अपने पार्टनर के साथ साल के सबसे रोमांटिक दिन को यादगार बनाता है. ऐसे में आप किसी भी सोशल मीडिया साइट पर जाएं तो चारों तरफ कपल्स के फोटोज़-वीडियोज़ नजर आते हैं. जिनको देखकर शायद सिंगल लोगों को निराशा महसूस होती है. वह खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं. यहां इस बात का जिक्र इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि वैलेंटाइन डे के ठीक अगले दिन सिंगल्स अवेयरनेस डे मनाया जाता है. इस दिन को सभी सिंगल्स मिलकर सेलिब्रेट करते हैं.
BBC Lonileness की रिपोर्ट के हवाले से साइकोलॉजी टुडे के अनुसार, शादीशुदा और कमिटेड लोगों के मुकाबले सिंगल लोगों में सबसे ज्यादा मेंटल हेल्थ की परेशानियां पाई गई हैं. स्टडी के अनुसार, 40-75 वर्ष की आयु के अविवाहित पुरुषों में आत्महत्या के ज्यादा मामले सामने आए हैं. इसके अतिरिक्त, विवाहित पुरुषों और सिंगल महिलाओं सहित अन्य लोगों की तुलना में सिंगल पुरुषों में तरह-तरह के एडिक्शन का दर बहुत अधिक है. कपल्स के मुकाबले सिंगल लोग अकेलापन, अलगाव ज्यादा महसूस करते हैं.
15 फरवरी को मनाया जाता है सिंगल्स अवेयरनेस डे
रिपोर्ट के अनुसार, एक उम्र के बाद जब लड़कों की शादी नहीं होती तो वह काफी ज्यादा अकेलापन महसूस करते हैं जिससे डिप्रेशन, सुसाइड जैसी घटनाएं सामने आने का खतरा बढ़ जाता है. सिंगल्स अवेयरनेस डे पर हमें सभी को ऐसा ना सोचने के लिए प्रेरित करना चाहिए क्योंकि खुदसे प्यार करना बेहद जरूरी है. सिंगल्स अवेयरनेस डे हर साल 15 फरवरी को मनाया जाता है. कहें तो ये उन लोगों का वैलेंटाइन है, जिनके पास कोई पार्टनर नहीं है. यह दिन इसीलिए मनाया जाता है ताकि सिंगल लोगों को लाइफ में बिल्कुल भी अकेला महसूस न हो. यह दिन हमें बताता है कि प्यार के लिए हमेशा किसी पार्टनर की जरूरत नहीं होती. इस दिन लोग फैमिली, दोस्तों के साथ अपने रिश्ते अपने प्यार को सेलिब्रेट करते हैं.
ऐसे शुरू हुई थी सिंगल्स डे की शुरुआत
जानकारी के अनुसार, साल 2001 में डस्टिन बॉर्नस हाई स्कूल के एक छात्र थे, उस दौरान वह सिंगल थे उनका कोई पार्टनर नहीं था. वे अपने दोस्तों के साथ सिंगल डे मनाना चाहते थे जो कि उन्होंने किया भी. डस्टिन से अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर सिंगल लाइफ को सेलिब्रेट किया. इसके लिए उन्होंनें वैलेंटाइन डे का ठीक अगला दिन चुना. स्कूल से निकलकर जब वह मिसिसिपी स्टेट यूनिवर्सिटी पहुंचे तो वहां भी उन्होंने हर साल 15 फरवरी को सिंगल लाइफ सेलिब्रेट करते हुए यह दिन मनाया.
धीरे-धीरे करके यह इतना प्रचलित हुआ कि 15 फरवरी को सिंगल्स अवेयरनेस डे सेलिब्रेट करने के लिए उनके कॉलेज में छुट्टी भी दी जाने लगी. यह भी माना जाता है कि सिंगल डे पार्टी में ही डस्टिन को अपनी गर्लफ्रेंड भी मिली थी, बाद में दोनों ने शादी भी की.