सरकारी ठेकों में घोटाले की खबरें आपने बहुत देखी होंगी. लेकिन अब अस्पतालों में गड़बड़ी सामने आ रही है. दिल्ली के मानसिक रोग अस्पताल इहबास में हालात ये हैं कि पिछले 8 सालों से टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी है. शिकायतों के बावजूद एक ही कंपनी, लगातार करोड़ों रूपए सालाना का काम कर रही है.