बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी BSF बहुत जल्द अपने जवानों को भारत में बनी त्रिची असॉल्ट राइफल (Trichy Assault Rifle - TAR) देने वाली है. यह देश में बनी कम वजन की राइफल है. ताकि AK-47 या उसके जैसे हथियारों की कमी को पूरा किया जा सके. BSF ऐसी 125 राइफलों को खरीदेगा.
TAR राइफल 7.62 कैलिबर की बंदूक है. इससे आप सिंगल शॉट या ऑटोमैटिक फायरिंग कर सकते हैं. सटीक रेंज 300 मीटर है. ऑटोमैटिक या ब्रस्ट मोड में इसकी रेंज 500 मीटर रहती है. वैसे सिंगल शॉट के समय 1350 मीटर तक यह दुश्मन को ढेर कर सकती है.

इसकी कुल लंबाई 650 मिलिमीटर है. अगर बट को खोल दिया जाए तो यह बढ़कर 900 मिलिमीटर हो जाती है. इसका वजन मात्र 3.4 किलोग्राम है. इसमें कर्व्ड मैगजीन लगती है, जिसमें तीस गोलियां आती हैं.
इसके अलावा इसमें 40x46 mm के यूबीजीएल जीपी-25, जीपी-30 और M6 जैसे अंडर बैरल ग्रैनेड लॉन्चर (UBGL) भी लगा सकते हैं. यानी आप गोलियों के साथ-साथ ग्रैनेड भी दाग सकते हैं. इस राइफल को ऑर्डिनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली ने बनयाा है.

वैसे देखने में यह बुल्गारिया की बंदूक AR M1 की क्लोन लगती है. लेकिन इसमें बहुत सारे अंतर हैं. इसके नीचे लगने वाले UBGL की रेंज 400 मीटर होती है. वजन सिर्फ 1.6 किलोग्राम होता है. यूबीजीएल से लैस त्रिची राइफल का इस्तेमाल पैदल सेना, पुलिस, विशेष बल, नक्सल विरोधी दल, एटीएस जैसी टीमें कर सकती हैं.