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परेशानी दूर करने को मामा ने दिव्यांग जुड़वा बच्चों को मार डाला

आरोपी ने पुलिस से अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बहन को इन मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की देखभाल में होने वाली परेशानी से निजात दिलाना चाहता था.

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मृत बच्चे (नीले घेरे में)
मृत बच्चे (नीले घेरे में)

हैदराबाद में दिमागी रूप से कमजोर जुड़वा भाई-बहनों की हत्या का दहला देने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि जुड़वा भाई-बहन की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि उनका मामा ही निकला. पुलिस ने आरोपी मामा को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि मृत बच्चों के माता-पिता ने आरोपी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है.

पुलिस ने बताया कि हैदराबाद के चैतन्यपुरी इलाके में शुक्रवार की शाम घटना को अंजाम दिया गया. आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बहन को इन मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की देखभाल में होने वाली परेशानी से निजात दिलाना चाहता था, और इसीलिए उसने अपने ही भांजे-भांजी को मौत के घाट उतार दिया.

पुलिस ने बताया कि मृत जुड़वा भाई-बहनों की उम्र 12 साल थी और दोनों बोलने और सुनने में असमर्थ थे. आरोपी ने बताया कि उसने अपने भांजे विष्णुवर्धन रेड्डी और भांजी सृजना रेड्डी की गला दबाकर हत्या की. पुलिस के मुताबिक, इस घटना का तब पता चला, जब मकान मालिक ने आरोपी और दो अन्य को बच्चों के शवों को कार में रखने की कोशिश करते देखा.

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उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी और इस तरह मल्लिकार्जुन, उसका दोस्त वेंकटरमी रेड्डी और कार चालक विवेक रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया गया. मल्लिकार्जुन शुक्रवार को नालगोंडा से बच्चों को लेकर आया था. उसने अपनी बहन लक्ष्मी और जीजा श्रीनिवास रेड्डी से कहा था कि वह बच्चों को तैराकी सिखाएगा.

माता-पिता ने पुलिस को बताया कि बच्चे जन्म से मूक बधिर और मानसिक रूप से कमजोर थे और आरोपी मामा मल्लिकार्जुन अपनी बहन को मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की देखभाल में कड़ी मशक्कत करते और परेशान होते नहीं देखना चाहता था.

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