सलमान खान की जमानत पर सेशन कोर्ट में बहस पूरी हो गई है. अब जज रवींद्र कुमार जोशी सलमान की जमानत पर लंच के बाद फैसला सुनाएंगे. दलीलें सुनने के बाद हालांकि जज रवींद्र कुमार जोशी फैसला सुनाने के मूड में नहीं थे. जिसके बाद सलमान के वकील ने जज से अपील की कि जो भी फैसला हो सुना दें.
इसके बाद जज रवींद्र कुमार जोशी ने आंखें मूंद लीं और कुछ मिनटों के बाद मुस्कुराते हुए कहा कि वह लंच के बाद फैसला सुना देंगे. बता दें कि रवींद्र जोशी का बीती रात सिरोही ट्रांसफर हो गया है, लेकिन अपने विवेक के आधार पर उन्होंने सलमान की जमानत पर सुनवाई जारी रखने का फैसला किया.
शनिवार की सुबह करीब 10.30 बजे कोर्ट पहुंचे और सुनवाई शुरू की. सलमान के वकील महेश बोरा ने कोर्ट में उन्हें जमानत दिए जाने के पक्ष में दलीलें पेश कीं. शनिवार को महेश बोरा ने जज रवींद्र कुमार जोशी के सामने जो दलीलें रखीं उनमें आर्म्स ऐक्ट से जुड़े केस में हाईकोर्ट द्वारा बरी किया जाना और सुनवाई के दौरान सलमान के व्यवहार पर काफी जोर दिया गया.
- सलमान के वकील महेश बोरा ने कहा कि सलमान निर्दोष हैं, उन्हें फंसाया गया है.
- सलमान ने केस के 20 वर्षों के दौरान कभी भी बेल जंप नहीं की और हमेशा सुनवाई के दौरान कोर्ट में उपस्थित रहे.
- उन्होंने जांच में भी पूरा-पूरा सहयोग दिया.
- वकील ने काला हिरण शिकार केस से ही जुड़े आर्म्स ऐक्ट के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि यह पुष्टि नहीं हुई है कि सलमान की बंदूक घटना स्थल पर मौजूद थी. उन्हें इस केस में हाईकोर्ट द्वारा बरी भी किया जा चुका है.
- साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है कि काले हिरणों के शरीर पर लगे घाव सलमान खान की गोली से ही लगे.
- वकील ने दलील दी कि सलमान को जमानत दी जानी चाहिए. जमानत न दिया जाना उनके मूल अधिकारों का हनन होगा.
- अगर सलमान को जमानत नहीं दी जाती है तो उन्हें बिना वजह कुछ और समय जेल में बिताना होगा.
- महेश बोरा ने सवाल भी उठाए कि सलमान द्वारा जेल में बिताए गए दिनों का जिम्मेदार कौन होगा?
- सलमान द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों का भी हवाला दिया.