महाराष्ट्र के पालघर जिले में कुछ लोगों ने 32 वर्षीय एक शख्स को चोरी के शक बुरी तरह पीटा. बाद में इस शख्स की केंद्र शासित प्रदेश दादर नागर हवेली के सिलवासा में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक की पहचान राजेश पांडे के तौर पर हुई जो कि बस ड्राइवर था. पिटाई करने वालों को शक था कि राजेश एक बस से बैटरी चुराने की कोशिश कर रहा था.
पालघर के बोइसार कॉलोनी में 21 अगस्त को एक गैरेज के पास इन लोगों ने राजेश को देखा था. पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘21 अगस्त को रात साढ़े 10 बजे राजेश को एक गैरेज के पास देखा गया. राजेश पर हमले के आरोपी लोगों ने समझा कि वो बस के पहियों की हवा निकाल कर बैटरी चुराने की कोशिश कर रहा है. इसके बाद 5 आरोपियों ने राजेश को पकड़ कर उस पर बुरी तरह हमला कर दिया. उस पर लातों और घूसों से प्रहार किए गए.’
राजेश को पहले बोइसर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर उसे इलाज के लिए गुजरात के वलसाड, फिर सूरत और आखिरकार सिलवासा में भर्ती कराया गया. सिलवासा के अस्पताल में ही राजेश पांडे ने 28 अगस्त को दम तोड़ दिया. पालघर पुलिस ने शुरू में आरोपियों के खिलाफ हमले और गंभीर चोट पहुंचाने का केस दर्ज किया था.
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
राजेश के अस्पताल में दम तोड़ने के बाद 5 आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा भी लगाई गई. आरोपियों में 2 के नाम अनवर और मिंटू हैं. पुलिस आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. उनकी तलाश में पुलिस जगह जगह दविश दे रही है.
इसी साल मार्च में पालघर में ही एक ऑटो ड्राइवर को गुस्साए लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला था. इस घटना को 3 लोगों ने अंजाम दिया था. हमला करने वालों का ऑटो ड्राइवर पर शक था कि वो उनके घर चोरी करने आया था.
महाराष्ट्र के धुले जिले के रेनपाडा गांव में बीते साल 1 जुलाई को नाथ गोसाई समुदाय के 5 लोगों को बच्चा चोरी के शक में पीट पीट कर मार डाला गया था. इस साल पालघर में एक आटो ड्राइवर की बेरहमी से हमला कर हत्या कर दी थी. उस पर हमला करने वाले तीन लोगों को घर से चोरी करने का शक था.