पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने जुनैद हत्याकांड में निचली अदालत में चल रही मुकदमे की कार्यवाही पर रोक लगा दी है. जुनैद की हत्या जून महीने में हरियाणा के फरीदाबाद जिले में ट्रेन में चाकू मारकर की गई थी. इस मामले की सुनवाई फरीदाबाद के सत्र न्यायालय में चल रही है.
न्यायमूर्ति महेश ग्रोवर और न्यायमूर्ति राजशेखर अत्री की पीठ ने जुनैद के परिवार द्वारा ट्रायल पर रोक लगाने और केंद्रीय जांच ब्यूरो से मामले की जांच कराने को लेकर दायर याचिका पर हरियाणा सरकार और सीबीआई को नोटिस ऑफ मोशन जारी किया. 26 अक्टूबर को याचिका दायर हुई थी.
जुनैद के पिता जलालुद्दीन ने हरियाणा उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश द्वारा 27 नवंबर को दिए उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें यह कहते हुए सीबीआई जांच की याचिका खारिज कर दी गई थी कि यह दिखाने के लिए कोई साक्ष्य नहीं है कि हरियाणा पुलिस की जांच दोषपूर्ण है.
बताते चलें कि इसी साल जून में सीट को लेकर हुए झगड़े में बल्लभगढ़ में जुनैद की हत्या कर दी गई थी. उस वक्त कहा गया था कि बीफ की वजह से उन्मादी भीड़ ने इस वारदात को अंजाम दिया है, लेकिन बाद में जांच के बाद इसका खुलासा हुआ कि झगड़े की वजह बीफ नहीं सीट थी.
इस केस के मुख्य आरोपी ने पकड़ने जाने के बाद ये खुलासा किया था. मुख्य आरोपी ने कहा था, '22 जून को मैं नेशनल म्यूजियम में गार्ड की नौकरी करके लौट रहा था. शिवाजी ब्रिज पर मथुरा शटल के एक डिब्बे में सवार था. उसी डिब्बे में तीन-चार मुस्लिम लड़के सवार थे. '
''ट्रेन ओखला रेलवे स्टेशन पर रुकी. एक अधेड़ उम्र का शख्स सवार हुआ. उसने मुस्लिम लड़कों से सीट मांगी. वे नहीं उठे. इस पर गुस्साए शख्स ने उनको मुल्ला कहकर थप्पड़ मार दिया. मुस्लिम लड़के भी गुस्से में आ गए और लड़ने लगे. इसे देखर मुझे और कुछ यात्रियों को गुस्सा आ गया.
आरोपी ने बताया था, 'मैंने और अधेड़ शख्स ने कुछ यात्रियों के साथ मिलकर उन बुरी तरह मारा-पीटा. उन्हें धर्म से जुड़ा अपशब्द भी कहा था. वो लड़के तुगलकाबाद स्टेशन पर दूसरे डिब्बे में चले गए. लेकिन बल्लभगढ़ स्टेशन पर सात-आठ और लड़के आ गए. हमसे झगड़ा शुरू कर दिया.'
'इतने में एक लड़के ने मेरी पहचान कर ली. मुझे बेल्ट से मारने लगे. मेरा सिर फट गया. खून देखकर मैं बौखला गया. मैंने उनसे कहा कि मेरे पास मत आओ, चाकू मार दूंगा. मैंने उन पर हमला बोल दिया. धर्म के प्रति अपमानित शब्द बोले. ट्रेन जैसे ही असावटी स्टेशन पर पहुंची, उतर कर भाग गया.'