यूपी में पुलिस एनकाउंटर से भले ही शातिर अपराधी सहमे हुए हों, लेकिन नोएडा के कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट गिरोह बना कर जो आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं, उसने पुलिस की नींद उड़ा दी है. नोएडा सेक्टर 39 की पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह के दो सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए, लेकिन दो अब भी फरार हैं.
नोएडा पुलिस ने एक ऐसे स्टूडेंट गिरोह के सदस्यों को पकड़ा है, जिन्हें लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद लोगों ने धर दबोचा. पकड़े गए आरोपियों में एक का नाम मिनहाज है, जो ग्रेटर नोएडा के आईआईएमटी कॉलेज में बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र है. दूसरा सैफू है, जो जीएल बजाज कॉलेज में बीसीए तृतीय वर्ष का छात्र है.
आरोपियों ने बताया कि इन दोनों ने अपनी गर्लफ्रेंड और एक अन्य साथी के साथ मिलकर लूट का प्लान बनाया था. होंडा सिटी कार से फरार इनके साथियों में नितिन पंवार और गर्लफ्रेंड निधि राठौर शामिल है. नितिन जीएल बजाज से पासआउट है, जबकि निधि एमिटी यूनिवर्सिटी में फैशन डिजाइनिंग की छात्रा है. इनके दो अन्य साथियों की तलाश हो रही है.
पुलिस के अनुसार, शनिवार की रात सेक्टर-36 में एक रिटायर ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह के मकान 1042 के बाहर दो बदमाश खड़े थे. वे ब्रिगेडियर को उनके घर में लगे डिश टीवी को ठीक करने की बात कह रहे थे. ब्रिगेडियर के मना करने पर इन लोगो ने तमंचे के बल पर उनको अपने कब्जे में ले लिया और घर के अंदर घुस गए. उनसे पर्स और मोबाइल लूट लिया.
इसके बाद ब्रिगेडियर की कार को भी लूटने की कोशिश की, लेकिन असफल होने पर ब्रिगेडियर के ड्राइवर रामपाल सिंह का मोबाइल फोन लूट लिया. वारदात के वक्त इनका एक साथी और गर्लफ्रेंड होंडो सिटी कार में बैठे अपने साथियों का इंतजार कर रहे थे. ब्रिगेडियर के ड्राइवर ने लूट के बाद शोर मचा दिया, जिससे आसपास के लोग जमा हो गए.
लोगों को देखकर बदमाशों के साथी होंडा सिटी कार लेकर फरार हो गए. लूटपाट करने वाले स्टूडेंट गिरोह के दो बदमाश पैदल ही भागने लगे और सेक्टर-36 में सामने से आ रहे विंग कमांडर राजीव शर्मा की कार को बीच रोड पर रोक कर लूट ली. लेकिन छीना झपटी में कार पेड़ से जा टकराई और कार का टायर फट गया.
इस बीच सामने से अपनी बाइक से आ रहा वरुण डाबर घटना को देखकर बदमाशों से भिड़ गया. बदमाश वरुण की पकड़ से छूटकर भागने लगे, तभी ब्रिगेडियर की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. दोनों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया गया. पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है. इसके लिए हर तरफ नाकेबंदी कर दी गई है.
एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जिस तरह पढ़े लिखे अपराधी पकड़े गए और फरार आरोपियों का सच सामने आया है, वो चौंकाने वाला है. उनका मानना है कि बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं, लेकिन जरुरत से ज्यादा महंगे शौक इनको अपराधी बना देते हैं. ऐसे मामलों में सोसायटी को भी ध्यान रखना पड़ेगा. पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.