दिल्ली गैंगरेप पीड़ित को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया है लेकिन अभी तक अच्छी खबर का इंतजार है कि उसकी सेहत सुधर रही है, उसकी हालत खतरे से बाहर है.
सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उसका इलाज शुरु हो चुका है लेकिन जो ताजा जानकारी है उसके मुताबिक गैंगरेप की शिकार हुई लड़की की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है.
दिल्ली से एयरएम्बुलेंस से सिंगापुर लाई गई गैंगरेप पीड़ित जैसे ही भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजे सिंगापुर के छांगी इनटरनेशनल एयरपोर्ट पुहंची, उसे सीधे माउथ एलिजाबेथ अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया लेकिन सिंगापुर लाने के बाद भी गैंगरेप पीड़ित की सेहत में सुधार की अच्छी खबर अभी तक नहीं आई है.
सिंगापुर से जो ताजा जानकारी मिली है उसके मुताबिक लड़की की हालत अब भी बेहद नाजुक बनी हुई है. गैंगरेप पीड़ित को फिलहाल सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के इन्टेसिव केयर यूनिट में रखा गया है.
अस्पताल के प्रवक्ता ने बताय़ा कि लड़की की सेहत की पूरी जांच की जा रही है और सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग के साथ मिलकर लड़की को खतरे से बाहर निकालने के लिए हर जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं. अस्पताल ने ये भी गुजारिश की कि मरीज और परिवार की प्राइवेसी का पूरा खयाल रखा जाए.
सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग का बयान है कि हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि पीड़ित लड़की को पूरी मेडिकल सुविधा मिले और मरीज के परिवार को भी किसी तरह की तकलीफ न हो. भारतीय उच्चायोग सभी जरुरी मदद के लिए तत्पर है.
16 दिसंबर से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती गैंगरेप पीड़ित की हालत जब 9वें और 10वें दिन काफी बिगड़ तो सरकार ने फैसला किया कि उसे विदेश भेजा जाए.
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का बयान है कि डॉक्टरों की बेहतरीन कोशिशों के वावजूद लड़की की हालत नाजुक बनी हुई थी. डॉक्टरों के एक दल ने इलाज के लिए लड़की को विदेश भेजने की सलाह दी. सरकार ने पूरे इंतजाम किए हैं कि लड़की के इलाज के दौरान परिवार भी उसके साथ रहे क्योंकि इलाज में कई हफ्ते लग सकते हैं. इलाज का सारा खर्ज सरकार उठाएगी.
सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट की बेहतरीन सुविधा है. गैंगरेप पीड़ित लड़की को अगर आंत के ट्रांसप्लांट की जरुरत पड़ी तो यहां बेहतरीन इलाज हो सकता है.