दिल्ली से सटे गुड़गांव में एक अंधविश्वास से जुड़ी हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवती ने भगवान शंकर को पाने की चाहत में शिव मंदिर में खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को लाश के पास मिले सुसाइड नोट से इस बात का खुलासा हुआ.
'मेरे इस नश्वर शरीर को त्यागने का कारण ये है कि मैं इस जन्म में भगवान शिव को नहीं पा सकी. हे पार्वती माता, मुझे इतनी शक्ति देना कि अगले जन्म में मेरी ये अभिलाषा पूरी हो सके. एक शिव भक्त- अनीषा.' ये किसी फिल्म की कहानी या किसी नाटक की स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं बल्कि सुसाइड नोट का वह अंश है, जो पुलिस को मृतका के शव के पास मिला है.
मामला गुड़गांव के पटौदी स्थित प्राचीन शिव मंदिर का है. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम करीब 5 बजे अनीषा (22 वर्ष) नाम की एक छात्रा जो कि एमए की पढाई कर रही थी, उसने मंदिर प्रांगण में अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली . जब तक कोई कुछ समझ पाता आग की चपेट में आने से पूरी तरह झुलस चुकी अनीषा ने दम तोड़ दिया.
मंदिर के पुजारी ने फौरन गांव के सरपंच और पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस को लाश के पास से बरामद सुसाइड नोट से आत्महत्या के कारणों का खुलासा हुआ. सुसाइड नोट में लिखी बातें सुनकर पुलिस और सभी गांववाले हैरान रह गए. पुलिस पड़ताल में पता चला कि मृतका शेरपुर गांव की रहने वाली थी. ग्रामीणों की मानें तो अनीषा शिवभक्ति में काफी विश्वास रखती थी. अनीषा के आत्महत्या करने की वजह आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बनी हुई है. पुलिस मामले की जांच करते हुए अनीषा के परिजनों से पूछताछ कर रही है.