Gwalior Nandini Murder Case: जब इश्क की शुरूआत होती है तो उसमें ख्वाब, भरोसा और साथ जीने मरने की कसमें होती हैं. लेकिन कभी-कभी यही इश्क धीरे-धीरे इतना जहरीला हो जाता है कि इंसान किसी की जान लेने से भी गुरेज नहीं करता. ग्वालियर की नंदिनी और अरविंद की कहानी भी ऐसी ही है. आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह से शुरू हुआ उनका रिश्ता जल्द ही शक, धोखे और लालच की आग में जलने लगा. पति-पत्नी के बीच का भरोसा खत्म हुआ तो झगड़े, धमकियां और आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए. और आखिरकार इस जहरीले रिश्ते का अंत सरेआम हुआ वो भी एक सनसनीखेज कत्ल के तौर पर. जिसने पूरे शहर को दहला दिया.
शुक्रवार का दिन था. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शहर में अचानक सड़क पर एक सनसनीखेज वारदात ने सबको दहला दिया. कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम के पास दिनदहाड़े एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची. कार्रवाई शुरू की. पुलिस जांच में सामने आया कि हत्यारा और कोई नहीं, बल्कि युवती का ही पति अरविंद परिहार था. यह कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि लंबे समय से चले आ रहे विवाद और जहरीले रिश्ते का नतीजा था.
दरअसल, इस कहानी का आगाज साल 2023 में उस वक्त हुआ, जब अरविंद परिहार और नंदिनी परिहार ने प्रेम विवाह किया था. दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी रचाई और ग्वालियर में ऑरेंजवुड सोसाइटी में साथ रहने लगे. शुरुआत में सब कुछ सामान्य दिखा, लेकिन जल्द ही नंदिनी को पता चला कि अरविंद पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. इतना ही नहीं, अरविंद की एक गर्लफ्रेंड भी थी. यह राज खुलते ही रिश्ते में कड़वाहट आनी शुरू हो गई.
नंदिनी ने खुद को ठगा महसूस किया और पति की इस धोखेबाजी का मामला थाने तक पहुंचाया. दोनों के बीच झगड़े बढ़ते गए. यहां तक कि अरविंद ने एक बार कार चढ़ाकर नंदिनी की हत्या की कोशिश की. इस मामले में हत्या के प्रयास का केस दर्ज हुआ और अरविंद जेल भी गया. हालांकि, कोर्ट में नंदिनी बयान से पलट गई और बाद में राजीनामा कर लिया, जिससे अरविंद बच निकला.
नंदिनी बार-बार पुलिस और कोर्ट का चक्कर काट रही थी. वह कहती रही कि उसका पति उसे धमका रहा है, झूठे फोटो और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा है. बीते मंगलवार को ही वह एसपी ऑफिस पहुंची थी और मीडिया के सामने अपनी पीड़ा बयां की थी. उसने साफ कहा था कि अरविंद परिहार उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
बीते शुक्रवार की सुबह जब नंदिनी अपने दो साथियों कल्लू और अंकुश के साथ रिक्शे में बैठकर जा रही थी, तभी अरविंद उसका पीछा करने लगा. उसने बीच रास्ते में रिक्शा रुकवाया और देसी कट्टे से नंदिनी पर गोलियां दाग दीं. एक के बाद एक पांच गोलियां चलीं, जिनमें से दो सीधे उसके सिर में लगीं और बाकी चेहरे व शरीर में धंस गईं. नंदिनी लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ी. हमलावर अरविंद वहीं खड़ा रहा. किसी पुलिस को खबर दी.
पुलिस मौके पर पहुंची तो अरविंद ने उन पर भी कट्टा तान दिया. इतना ही नहीं, उसने खुद की कनपटी पर भी पिस्तौल रख ली. हालात बिगड़ते देख पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया और बड़ी मुश्किल से उसे काबू में किया. घायल नंदिनी को फौरन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना से ग्वालियर शहर के लोग सन्न थे. क्योंकि कातिल ने कत्ल के वक्त कुछ ऐसा किया था, जो हैरान करने वाला था.
हत्या के तुरंत बाद अरविंद ने फेसबुक पर लाइव आकर अपने बचाव में कुछ बातें कहीं. उसने दावा किया कि नंदिनी उसे ब्लैकमेल कर रही थी. आरोप लगाया कि नंदिनी ने अपने साथियों कल्लू और अंकुश की मदद से उसकी तीन एंबुलेंस हड़प ली और अब मकान भी मांग रही थी. उसने यह भी कहा कि नंदिनी पुलिस में लगातार उसके खिलाफ केस दर्ज करवा रही थी और कोई उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी.
इसके बाद पुलिस जांच में नंदिनी का आपराधिक अतीत भी सामने आया. नंदिनी की पहली शादी गोटीराम नामक युवक से हुई थी. इसके बाद वह दतिया के निमलेश जैन के साथ रहने लगी. साल 2017 में नंदिनी पर आरोप लगा कि उसने अपने बॉयफ्रेंड संग मिलकर निमलेश की हत्या कर दी थी. इस केस में उसे करीब साढ़े चार साल जेल में रहना पड़ा. जेल से बाहर आने के बाद भी उसके कई रिश्ते और विवाद जुड़े रहे.
जेल से निकलने के बाद नंदिनी छोटू और फिरोज खान नाम के लोगों के साथ लिव-इन रिलेशन में रही. लेकिन इन रिश्तों का भी अंजाम विवाद और दूरी में हुआ. साल 2022-23 में उसकी मुलाकात अरविंद परिहार से हुई. दोनों ने अपने-अपने परिवारों को छोड़ दिया और प्रेम विवाह कर लिया. अरविंद ने अपनी पहली पत्नी और बच्चों से दूरी बना ली, जबकि नंदिनी का 9 साल का बेटा उसके साथ रहा.
कुछ साल साथ रहने के बाद दोनों के बीच पैसों और संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हो गए. नंदिनी ने अरविंद के खिलाफ सिरोल और जीवाजी यूनिवर्सिटी थाने में कई मामले दर्ज कराए. वहीं अरविंद आरोप लगाता रहा कि नंदिनी उस पर दबाव बना रही है कि वह अपनी पहली पत्नी को तलाक देकर सारी संपत्ति उसके नाम कर दे. झगड़े बढ़ते-बढ़ते मामला इतना बिगड़ा कि दोनों का रिश्ता जहरीला हो गया.
नंदिनी का कहना था कि अरविंद ने उसे धोखा दिया और जान से मारने की साजिश रच रहा है, जबकि अरविंद का दावा था कि नंदिनी और उसके साथी उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं. रिश्ते में प्यार से ज्यादा शक, लालच और झगड़े रह गए थे. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला लगातार गहराता चला गया और आखिरकार यह जहर कत्ल में बदल गया.
इस पूरी वारदात ने दिखा दिया कि कैसे एक प्रेम विवाह, जो प्यार और विश्वास पर टिकना चाहिए था, धोखे और झूठ की बुनियाद पर खड़ा होकर बिखर गया. नंदिनी और अरविंद का रिश्ता इतना जहरीला हो चुका था कि उसका अंत खून-खराबे और मौत में हुआ. अब अरविंद पुलिस की गिरफ्त में है और ग्वालियर इस रिश्ते के खौफनाक अंजाम को याद करके सिहर रहा है.
(ग्वालियर से हेमंत शर्मा का इनपुट)