चेन्नई के एक पुलिसकर्मी ने गश्त के दौरान तिरुवनमियूर समुद्र तट पर सैकड़ों आवारा कुत्तों को खाना खिला रही एक महिला पर विवादित टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया. बताया जा रहा है कि उसने दोनों के बीच हुई बहस को रिकॉर्ड करने के लिए उसका मोबाइल छीन लिया, लेकिन बाद में हैंडसेट वापस कर दिया.
हालांकि पुलिस विभाग ने पुलिसकर्मी के कथित असभ्य व्यवहार की घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन खुद को कार्तिक बताने वाले पुलिसकर्मी और जिस महिला पर उसने चिल्लाया था, उनके बीच हुई तीखी बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
पीटीआई के मुताबिक, तिरुवनमियूर समुद्र तट पर रात के दौरे पर तैनात कांस्टेबल ने एक महिला और उसकी चाची को आवारा कुत्तों को खाना खिलाने के लिए डांटा, जिससे इलाके में दहशत फैल गई और उन्हें रूखेपन से घर जाने के लिए कहा.
पुलिसकर्मी ने महिलाओं को सलाह दी कि वे चार दिनों तक आवारा कुत्तों को खाना न दें और इस तरह कुत्तों को इलाके में आने से रोकें. लेकिन महिला ने इस बात पर आपत्ति जताते हुए ज़ोर दिया कि देर रात आवारा कुत्तों को खाना खिलाना उनका विशेषाधिकार है.
महिला ने कहा कि उनकी यह चेतावनी उत्पीड़न के समान है. इस पर पुलिसकर्मी ने कहा, 'अगर आप आधी रात को बाहर निकलकर घूमते हैं तो उत्पीड़न होता है.'
हालांकि, महिला ने उनसे अपनी बात दोहराने को कहा और उन्होंने उसे दोहराया. महिला को 'क्या आप पुलिस हैं?' कहते हुए सुना जा सकता है और पुलिसकर्मी ने उससे पूछा, 'क्या आप पब्लिक हैं?' फिर उसने उसका मोबाइल छीन लिया और उसे पुलिस स्टेशन से लेने को कहा.
गौरतलब है कि आवारा कुत्ते सड़कों पर काफी उत्पात मचा रहे हैं और अक्सर सड़क पर चलने वालों का पीछा करते हैं. ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने कुत्तों की नसबंदी की घोषणा की है.