गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने बुधवार को तीन ऐसे भाईयों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पिछले महीने राजस्थान के अजमेर में कारोबारी प्रतिद्वंद्विता के चलते दो लोगों की हत्या कर दी थी. डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी भाई लगातार फरार चल रहे थे.
अहमदाबाद शहर की क्राइम ब्रांच ने इस गिरफ्तारी की जानकारी एक विज्ञप्ति जारी करके दी. जिसमें कहा गया है कि तीनों भाईयों पर अजमेर शहर में मीट की दुकान के मालिक इमरान और उसके सहयोगी शाहनवाज़ की चाकू मारकर हत्या करने का आरोप है. तीनों भाईयों ने उन दोनों को कम दामों पर मटन और चिकन बेचने की वजह से मार डाला था.
पीटीआई के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की विज्ञप्ति में कहा गया है कि सलमान अब्दुलाली कुरैशी (29) और उसके भाइयों अल्लारखा (25) और ओवेस (20) को पिछले दिन हिरासत में लिया गया और बुधवार को अजमेर के रामगंज पुलिस थाने के अधिकारियों को सौंप दिया गया.
दरअसल, तीनों कुरैशी बंधुओं की मीट की दुकानें भी उसी इलाके में मौजूद हैं, जहां दोनों पीड़ित अपना कारोबार चलाते थे. विज्ञप्ति में कहा गया है कि इमरान द्वारा 'कुरैशी जमात' के एक साझा व्हाट्सएप ग्रुप पर चिकन की कम कीमतें पोस्ट करने के बाद विवाद हो गया था. इसके कारण दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. आरोपी इमरान पर मीट की कीमतें बढ़ाने का दबाव बना रहे थे.
इस संगीन वारदात के दौरान चाकू, कांच की बोतलें और बेसबॉल के बल्ले से लैस 50 लोगों के एक समूह ने 15 जुलाई को रामगंज इलाके में ब्यावर रोड स्थित इमरान की दुकान पर धावा बोल दिया था और फिर दोनों की हत्या कर दी थी.
इस दोहरे हत्याकांड में शामिल कई लोगों को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन तीनों आरोपी भाई अभी भी फरार चल रहे थे. विज्ञप्ति में कहा गया है कि अहमदाबाद में उनकी मौजूदगी की सूचना मिलने पर स्थानीय अपराध शाखा ने एक अभियान चलाया और उन्हें उनके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया था.