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गायब छात्र, विदेशी कॉल और कनाडा कनेक्शन... शिमला के बिशप कॉटन स्कूल किडनैपिंग केस का ऐसे हुआ पर्दाफाश!

Bishop Cotton School Kidnapping Case: बिशप कॉटन स्कूल से 600 मीटर दूर सनसनीखेज अपहरण कांड ने सभी को हिलाकर रख दिया. कक्षा 6 के तीन छात्र अपने नियमित वीकेंड आउटिंग पास के साथ स्कूल से निकले. उनको शाम 5 बजे तक स्कूल वापस लौटना था, लेकिन तीनों गायब हो गए.

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एशिया के सबसे पुराने बिशप कॉटन स्कूल का इतिहास करीब 165 साल पुराना है. (Photo: ITG)
एशिया के सबसे पुराने बिशप कॉटन स्कूल का इतिहास करीब 165 साल पुराना है. (Photo: ITG)

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एशिया के सबसे पुराने बिशप कॉटन स्कूल का इतिहास करीब 165 साल पुराना है. इस प्रतिष्ठित स्कूल में टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा, पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत, मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, गोल्फ लीजेंड जीव मिल्खा सिंह, आईपीएल फाउंडर ललित मोदी, बॉलीवुड अभिनेता कुमार गौरव जैसे कई दिग्गजों ने पढ़ाई की है. लेकिन इस हाई प्रोफाइल स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था इस वक्त सवालों के घेरे में हैं. यहां से तीन छात्रों का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने अपरहरणकर्ता का खेल खराब कर दिया.

9 अगस्त, शनिवार को बिशप कॉटन स्कूल से 600 मीटर दूर हुई इस सनसनीखेज अपहरण कांड ने सभी को हिलाकर रख दिया. कक्षा 6 के तीन छात्र करनाल का अंगद, मोहाली का हितेंद्र और कुल्लू का विदांश दोपहर 12:09 बजे अपने नियमित वीकेंड आउटिंग पास के साथ स्कूल से निकले. उनको शाम 5 बजे तक स्कूल वापस लौटना था, लेकिन तीनों गायब हो गए. स्कूल प्रबंधन को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उनकी चिंता बढ़ गई. प्रधानाध्यापक मैथ्यू पी. जॉन ने तुरंत शिमला पुलिस से संपर्क किया. उनको इस बाबत जानकारी देते हुए तीनों छात्रों की गुमशुदगी की लिखित शिकायत दर्ज करा दी.

उनकी शिकायत के आधार पर एफआईआर नंबर 20/2025, भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 137(2) के तहत दर्ज किया गया. एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने 150 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की अलग-अलग टीमें बनाई. साइबर यूनिट और ड्रोन भी ऑपरेशन में लगाए गए. पुलिस जांच में सामने आया कि तीनों बच्चों को न्यू शिमला में एक संदिग्ध कार में बैठते देखा गया. गाड़ी पर दिल्ली का नकली रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगा था. लोकेशन ट्रैकिंग से गाड़ी अपर शिमला की ओर जाती हुई दिखाई दी. पुलिस की आगे की जांच में चौंका देने वाला खुलासा हुआ. उनकी शक की सुई एक शख्स पर गई.

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स्कूल के पुराने छात्र ने रची साजिश

उस शख्स का नाम सुमित सूद था, जो कि बिशप कॉटन स्कूल छात्र था. शिमला के पास ही कोटखाई के चैथला गांव में रहता था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुमित स्कूल के सीसीटीवी कवरेज, आउटिंग सिस्टम और सुरक्षा के कमजोर बिंदुओं की पूरी जानकारी थी. उसने तीनों बच्चों को लिफ्ट देने का झांसा दिया और उन्हें अपनी कार में बैठाकर एक चार मंजिला मकान में ले गया. वहां केवल ऊपरी मंजिल बनी हुई थी और उसी में बच्चों को कैद कर दिया गया. उनके हाथकड़ी लगा दी गईं और मुंह पर टेप चिपका दिया गया. इसके बाद उसने एक बच्चे अंगद की मां को कॉल करके अपहरण की जानकारी दी.

Bishop Cotton School Kidnapping Case

विदेशी कॉल से जोड़ी गई कड़ियां

सुमित ने अंगद की मां से कहा, "हमने तुम्हारे बच्चे का अपहरण कर लिया है. फोन बंद मत करना. पुलिस या मीडिया के पास मत जाना. पैसों की बात बाद में बताएंगे." अंगद तीनों में से अकेला था जिसे अपने घर का लैंडलाइन नंबर याद था. उसके चाचा भूपेंद्र लाठर, जो कर्नाल में एमसी हैं, ने तुरंत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से संपर्क किया. इसके बाद सीएम ऑफिस से स्थानीय पुलिस अधिकारियों को कॉल गई, जिसके बाद जांच तेज कर दी गई. पुलिस ने पूरे शिमला के सीसीटीवी खंगाल दिए. विदेशी नंबर को ट्रैक किया गया, जिसका लिंक कनाडा में सुमित के कुछ रिश्तेदारों से होने की आशंका है. 

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SIT की एंट्री और रेस्क्यू ऑपरेशन

कोटखाई के एक पेट्रोल पंप की सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध गाड़ी का होना पुख्ता सबूत साबित हुआ. एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने एएसपी नवदीप सिंह के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया. एसआईटी ने कोटखाई के चैथला गांव में रविवार को छापा मारा. वहां से तीनों बच्चों को सकुशल बरामद किया गया. आरोपी सुमित सूद को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि सुमित सूद ने शेयर बाजार और ऑनलाइन ट्रेडिंग में 3-4 करोड़ रुपए गंवा दिए थे. उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ था. कर्ज के दबाव ने उसे अपहरण की योजना बनाने पर मजबूर किया. 

Bishop Cotton School Kidnapping Case

मां शिक्षिका, पत्नी चलाती है बेकरी

पुलिस ने सुमित सूद के घर से हथियार भी बरामद किए हैं. उसकी मां शिक्षिका रह चुकी हैं, जबकि उसकी पत्नी बेकरी चलाती हैं. एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने कहा, "हमने एसआईटी बनाई. पूरी टीम ने मिलकर तेजी से कार्रवाई की और बच्चों को सुरक्षित वापस लाया. विस्तृत जांच में अपराध के पीछे का असली मकसद सामने आएगा." शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप बोले, "यहां ऐसी घटनाएं दुर्लभ हैं. लेकिन स्कूल, शिक्षक और अभिभावक सभी को और सतर्क रहना होगा." अंगद के चाचा भूपेंद्र लाठर ने कहा, "यह हमारे परिवार के लिए भयावह समय था. पुलिस के तेज एक्शन से बुरा समय टल गया."

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