कोटा से फंसे छात्रों को और हरियाणा में फंसे राज्य के मजदूरों को वापस लाने के बाद यूपी सरकार राज्य के अंदर फंसे छात्रों को गृह जनपद भिजवाने की तैयारी कर रही है. अब प्रदेश के उन छात्रों को भी घर पहुंचाया जाएगा जो प्रयागराज में अध्ययनरत हैं. सीएम योगी ने प्रयागराज में प्रदेश के अन्य जिलों के रहने वाले छात्रों को उनके गृह जनपद में पहुंचाने का आदेश जारी किया है. करीब 10 हजार छात्रों को 300 बसों से उनके गृह जनपद तक पहुंचाया जाएगा.
इसके लिए प्रयागराज के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एमडी रोडवेज को आदेश दिया गया है कि 300 बसों को तैनात कर सभी छात्रों को उनके गृह जनपद पहुंचा दिया जाए. ये बसें प्रयागराज के तीन जगहों से चलेंगी. इस प्रक्रिया के पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के छात्रों को भेजने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद दूसरे चरण में इन्हीं बसों से अन्य जनपद में छात्रों को भेजा जाएगा.
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यूपी में 15 लाख लोगों को क्वारनटीन करने की होगी क्षमता
सोमवार को अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में 15 से 25 हजार की क्षमता के क्वारनटीन केंद्र बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 10 से 15 लाख लोगों को क्वारनटीन केंद्र में रखने की क्षमता विकसित की जाएगी.
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बता दें कि शिक्षा का केंद्र होने और बड़ा शहर होने की वजह से बड़ी संख्या में यूपी के छात्र इस शहर में पढ़ने के लिए आते हैं. अचानक लॉकडाउन की घोषणा होने से कई छात्र यहां पर फंस गए हैं. अब राज्य सरकार इन छात्रों को उनके गृह जनपदों तक भेजने की तैयारी कर रही है. इस दौरान लॉकडाउन प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
कोटा से भी लौटे थे छात्र
योगी सरकार राजस्थान के कोटा में फंसे हजारों छात्रों को बसों के जरिए वापस लाई थी. राज्य प्रशासन ने सबसे पहले पहल करते हुए छात्रों के लिए लगभग 300 बसें भेजी थीं, इन बसों के जरिए छात्र अपने गृह जनपदों तक लौटे थे.
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यूपी में 335 लोग स्वस्थ हुए
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अभी कोरोना के लगभग 1600 सक्रिय मामले हैं, जबकि 335 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, जबकि इलाज के दौरान 31 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. इस वक्त 11 हजार 363 मरीज क्वारनटीन सेंटर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.