बजट सत्र खत्म होते ही सरकार ने आम आदमी बहुत बड़ा झटका को दिया है. पेट्रोल की कीमत एकमुश्त करीब साढ़े सात रुपये लीटर बढ़ गई है. पेट्रोल की कीमतें बढ़ाने का एलान हुआ तो सहयोगी दल सरकार पर चढ़ बैठे. ममता बनर्जी और करुणानिधि ने सरकार से पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमत वापस लेने की मांग की है.